जालंधर, ENS: महागनर में ऑटो चालकों द्वारा कई बाहर कानून के नियमों की उल्लघना करने की घटनाएं सामने आती है। दरअसल, कुछ ऑटो चालक सवारी को बिठाने के चक्कर में बीच सड़क में ही ऑटो को मोड़ देते है और पीछे से आ रहे वाहन हादसे का शिकार हो जाते है। कई बार पुलिस अधिकारियों की भी ऑटो चालकों के साथ मीटिंग हो चुकी है, लेकिन उसके बावजूद कुछ ऑटो चालक अपनी मनमानी कर रहे है। ताजा मामला पठानकोट चौक के पास से सामने या है, जहां एक ऑटो चालक ने खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई।
तस्वीर में देखा जा सकता हैकि 2 नौजवानों को ऑटो की छत पर बैठाकर यात्रा करवाई जा रही है। व्यस्त सड़क पर इस तरह की लापरवाही किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकती थी। अगर इस दौरान कोई हादसा होता तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होती, यह एक बड़ा सवाल है। ट्रैफिक नियमों के मुताबिक ऑटो में निर्धारित संख्या से अधिक सवारी बैठाना और छत पर यात्रियों को ले जाना कानूनी अपराध है।
ऐसे हालात में हादसा होने पर सबसे पहले ऑटो चालक को दोषी माना जाता है और इसके साथ ही वाहन के मालिक और संबंधित आवागमन विभाग की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ जाती है, अगर वाहन की नियमित जांच या निगरानी में लापरवाही बरती गई हो। स्थानीय लोगों का कहना है कि पठानकोट चौक जैसे व्यस्त इलाकों में इस तरह की घटनाएं रोजमर्रा का मामला बनती जा रही हैं लेकिन कार्रवाई न होने के कारण चालकों के हौसले बुलंद हैं। लोगों ने मांग की है कि ट्रैफिक पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती बरते ताकि किसी मासूम की जान जोखिम में न पड़े।