जालंधरः रशिया में भाई को ढूंढने 3 अप्रैल को गए जगदीप अब जालंधर वापिस लौट आए है। जगदीप ने कहा कि इमिग्रेशन के पास सिर्फ यही जानकारी है कि आर्मी ने जितने भारतीय फंसे है उसमें उसका भाई मनदीप मिसिंग है। हम भारत सरकार को बताकर रशिया में भाई को ढूंढने के लिए गया था। इस दौरान जगदीप ने मॉस्कों में इंडिया अबेंसी के कर्मियों को लेकर खुलासा किया है। आरोप है कि वह वहां पर किसी से सही से बात नहीं करते। इस दौरान अबेंसी वालों ने कर्मियों ने कोई खास मदद नहीं की। वहां पर रहना, खाना और भाई को ढूंढना इतना मुश्किल रहा कि वह इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता।
जगदीप ने कहा कि जम्मू कश्मीर के खान भाई ने और उनकी पत्नी रशियन ने काफी मदद ढूंढने में की है। वहीं अमृतसर की परमिंदर कौर के पति तेजपाल भी रशिया में मिसिंग है और वह एक बार रशिया जा चुकी है। इस दौरान परमिंदर कौर ने ही खान भाई का नंबर मदद के लिए दिया था। जगदीप ने कहा कि जो मदद हमारी इंडियन अबेंसी ने करनी थी, वह मदद खान भाई ने की। इस दौरान पता चला कि मनदीप 21 जनवरी 2024 को मिसिंग हुआ है। भाई को ढूंढने के लिए पीटर से 700 किलोमीटर दूर हेडक्वार्टर में भाई की मदद के लिए पत्र लेकर उनके पास गए। वहां उन्होंने भाई की ज्वाइनिंग होने से साफ मना कर दिया, जब उनके पास काटेक्ट नंबर था, जिसमें साफ दिख रहा था कि भाई की यहीं पर ज्वाइनिंग हुई है।
जगदीप ने कहा कि इंडिया सरकार को मदद करना काफी जरूरी है। लोहांस और डोहांस में भाई की ट्रेनिंग हुई है। जहां कमांडर ने उन्हें बुलाया था, लेकिन वीजा उनके पास सिर्फ एक माह का था। भाई की वहां पर 3 साल की एक और 2 साल की एक ट्रेनिंग थी। राजस्थान का सुमित ठग ट्रेवल एजेंट है और दुशंत का वहां पर ओ इंडिया होटल है और एक सुल्तान एजेंट है यह दोनों कोलकाता के है और वहां पर ही रह रहे है। इन सभी ने ही भारतीयों को आर्मी में भर्ती करवाया है। इन तीनों के खिलाफ अबेंसी में शिकायत दर्ज करवाकर आए है और रशिया पुलिस स्टेशन में भी शिकायत देकर आए है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द तीनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।
जगदीप ने कहा कि भारतीय अबेंसी वहां पर मदद करने के लिए आगे नहीं आती और उनका बोलने का रवैय्या काफी खराब है। जगदीप ने बताया कि 14 लोग अभी मिसिंग है। उन्होंने कहा कि 3 महीने का वीजा अप्लाई किया था, लेकिन एक माह का वीजा मिला था। ऐसे में वह जल्द एक माह बाद रशिया में भाई को ढूंढने के लिए जाएंगे। रशिया सरकार ने कहा कि मिसिंग भाई के जो फंड है वह उसकी माता के खाते में आएंगे। मनदीप की माता ने कहा कि जगदीप की मदद से आस एक बार फिर से जगी है और जल्द छोटे बेटे के बारे में पता लग जाएगा।
वहीं जगदीप की पत्नी ने कहा कि जब जगदीप रशिया में गया था तो वहां से एक दिन जगदीप का फोन नहीं आया। इस दौरान परिवार काफी परेशान हो गया था। उन्होंने कहा कि जगदीप के पास कम समय का वीजा था, अगर कुछ समय वीजा ओर मिलता तो वह देवर को साथ लेकर आते। लेकिन अब जगदीप जो जानकारी रशिया की ओर से लेकर आए है ऐसे में उम्मीद है कि वह जल्द दोबारा रशिया जाकर देवर को साथ लेकर आएंगे।