जालंधर, ENS: पंजाब में सरकारी बसों में सफर करने वाले लोगों को आज भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बस कर्मियों द्वारा आज भी हड़ताल जारी है। वहीं इस मामले को लेकर सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। सरकार की ओर से पत्र जारी किया गया है, जिसमें गैरकानूनी ढंग से लगाए गए धरने को लेकर पनबस डिपू 1 के प्रधान बिक्रमजीत सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी है।
जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि दिनांक 28-11-2025 को बिक्रमजीत सिंह (कांड: नं: सीटीसी-06) द्वारा अवैध हड़ताल में भाग लेने के कारण ड्यूटी रूटों के अनुसार 380 किलोमीटर की ड्यूटी मिस की गई और मुकेरिया-जलंधर-अमृतसर-जालंधर-पठानकोट रूट पर पनबस की बस सेवा न देने के कारण जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान विभाग को 11,939 का वित्तीय नुकसान हुआ। दिनांक 28-11-2025 इस संबंध में नोटिस जारी करते हुए तुरंत ड्यूटी पर उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन दिनांक 29-11-2025 को आपकी ड्यूटी रूट के अनुसार मुकेरिया-जालंधर-अमृतसर-जालंधर-पठानकोट लगी हुई थी।
ऐसे में दिनांक 29-11-2025 को मुकेरियां से बस को जालंधर वर्कशॉप में खड़ा करवा दिया और अवैध हड़ताल में शामिल हो गए तथा 301 किलोमीटर की ड्यूटी मिस कर दी। इस दौरान बिक्रमजीत सिंह ने अवैध हड़ताल में भाग लिया, जिससे विभाग की 9,520 का वित्तीय नुकसान हुआ। इस प्रकार अब तक आपके कारण कुल 21,459 का नुकसान हुआ है। ऐसे में स्थिति को ध्यान में रखते हुए तथा विभाग और आपके बीच हुए एग्रीमेंट की शर्त संख्या 15 के अनुरूप, आपके द्वारा किए गए वित्तीय नुकसान तथा अवैध हड़ताल में भाग लेने के कारण आपकी सेवाएं समाप्त की जा रही हैं।