जालंधर, ENS: वेस्ट हल्के के पारस एस्टेट में 13 वर्षीय बच्ची की हत्या के मामले में आरोपी के दोस्त ने चौकाने वाले खुलासे किए। आरोपी रिंपी के दोस्त से पूछताछ की गई तो उसने माना कि उसे रिपी ने कॉल की थी कि तड़के सवारी लेकर जानी है तो गाड़ी दे जाए। वह रात में गाड़ी छोड़ कर चला गया था। तब मोहल्ले में बच्ची के लापता होने को लेकर हंगामा हो रहा था। उसे एहसास नहीं था कि रिंपी ने गाड़ी में सवारी नहीं, बल्कि बच्ची की लाश लेकर जानी है। देर शाम रिंपी ने माना कि उसी ने बच्ची की गला घोंटकर हत्या की और शव बाथरूम में रख दिया था।
अपनी घिनौनी हरकत को लेकर उसने बहाने बनाने शुरू कर दिए हैं। आरोपी हरमिंदर सिंह रिपी को सिविल अस्पताल से बीते दिन छुट्टी मिल गई। शाम को पुलिस ने केस में हत्यारे की गिरफ्तारी दिखाई ताकि उसे मंगलवार को रिमांड के लिए पेश किया जा सके। हत्यारे से सोमवार रात पूछताछ की गई, लेकिन उसने पूरे घटनाक्रम को लेकर ड्रामा शुरू कर दिया। पुलिस को अभी बच्ची की प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। रिंपी ने माना कि वह एमजीएन स्कूल की बस चलाता है और पार्ट टाइम टैक्सी चलाता है।
पत्नी और बच्चे शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे चले गए थे। यह बात उस बच्ची को पता नहीं थी। वह रोज की तरह शाम को घर आई थी। मैंने गेट खोला, लेकिन यह नहीं बताया कि बेटी मामा घर गई है। इसके बाद गला घोंटकर हत्या कर दी। शव बाथरूम में रख कर कुंडी लगा दी थी। जांच के लिए पुलिस घर में आई थी तो यकीन दिला दिया था कि बच्ची घर नहीं आई। उसने दोस्त को फोन करके गाड़ी मंगवा ली थी। बवाल न होता तो बच्ची का शव फेंकने में सफल हो जाता।