जालंधर, ENS: लांबड़ा से नकोदर रोड पर हुए भीषण सड़क हादसे में चारों युवकों की मौत हो गई। दरअसल, वीरवार को एक्टिवा सवार 4 युवकों की खड़े ट्रक से टक्कर हो गई थी। हादसा इतना भीषण था कि हादसे में 2 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीसरे ने दो दिन पहले कृष ने दम तोड़ दिया था। वहीं अब चौथे युवक 15 वर्षीय सूरज की भी मौत हो गई। वह 33 घंटे जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ता रहा। इससे पहले वीरवार को 2 दोस्तों एकम उर्फ लक्की और जशन की मौत हो गई थी। सूरज ने अमृतसर के अस्पताल में दम तोड़ा।
जैसे ही जानकारी सूरज के दोस्तों को मिली तो वे स्तब्ध हो गए। उन्हें उम्मीद थी कि सूरज बच जाएगा, लेकिन डाक्टरों के अनुसार सूरज कोमा में चला गया था। परिवार को सूरज की मौत की खबर मिली। परिवार व दोस्तों ने कहा कि सूरज, कृष और जश्न की दोस्ती पक्की थी। इकट्ठे ही आते-जाते थे। एक्सीडेंट हुआ तो इक्ट्ठे ही चले गए, चाहे मौत का समय अलग अलग था। जश्न और एकम का संस्कार वीरवार को किया गया, जबकि शुक्रवार दोपहर को किया गया।
दोस्त राहुल ने बताया कि सूरज एक्टिवा पर सबसे पीछे बैठा हुआ था। इसलिए उसके बचने की उम्मीद थी। जब एक्टिवा ट्रक से टकराई तो सूरज का पैर ही फ्रैक्चर हुआ था और वो बेहोश गया था। डॉक्टरों ने बताया कि सूरज को काफी अंदरूनी चोटें आई हैं। छाती और सिर पर गहरी चोटें आने के कारण ही उसकी मौत हुई होगी। एक साथ सभी दोस्तों का चले जाने के कारण राज नगर में कई घरों के चूल्हे तक नहीं जले।
दूसरी तरफ दोस्तों ने बताया कि एकम पहली बार नकोदर माथा टेकने जा रहा था और हादसा हो गया। उस दिन सभी ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी पर बाबा मुराद शाह का स्टेटस लगाया हुआ था। संस्कार के वक्त कृष के परिजन राजेश ने बताया कि कृष 13 साल बाद हुआ था। बेटी के बाद मन्नतें मांगकर उसे पाया था। एक बेटा और है, जिसे गोद लिया। लग रहा है कि इतना ही प्यार कृष को मिलना था। माता-पिता सुध खो चुके हैं। उम्मीद थी कि बेटा उनका सहारा बनेगा, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।
