जालंधर, ENS: कमिश्ररेट पुलिस ने एक बड़े रियल एस्टेट कारोबारी सहित तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इस मामले में मिली जानकारी अनुसार मास्टर तारा सिंह नगर निवासी अमित अरोड़ा पुत्र दीवान चंद ने पुलिस कमिशनर को शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें आरोप लगाया गया कि सिविल लाईन्स स्थित सिटी स्केयर बिल्डिंग में रियर एस्टेट कारोबारी गगन कपूर , अविनाश चंद्र व अंकुश मरवाहा से चार दुकाने 2015 व 2017 दौरान खरीदी थी लेकिन उक्त दुकानों का कंप्लीशन सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था।
जब इस सबंधी बार बार मांग की गई तो उसने नगर निगम जालन्धर द्वारा फारवर्डिंग लैटर को कम्पयूटर पर सिटी स्केयर कंप्लीशन एडिट करके व्हाट्सएप कर दिया। जब इसकी जांच नगर निगम जालन्धर से की गई तो खुलासा हुआ कि यह कंप्लीशन फर्जी है। थाना नई बारादरी में दर्ज की गई एफआईआर अनुसार शिकायतकर्ता अमित अरोड़ा तथा शाम अरोड़ा ने सिटी स्केयर बिल्डिंग में अलग अलग चार दुकाने खरीदीं और उन्हे किराए पर दे दिया। जिसका कांट्रैक्ट 2022 में खत्म हो गया इसके बाद नए सिरे से NJ Wealth Ltd को किराए पर देने के लिए करार किया मगर किराए दार ने पहले कंप्लीशन सर्टिफिकेट की मांग की जिसके बाद यह विवाद एक बार फिर गर्मा गया।
शिकायतकर्ता अमित अरोड़ा ने कहा कि उन्होने 2015 तथा 2017 दौरान ये दुकानें खरीदी थी। मगर गगन कपूर, अविनाश चंद्र कपूर तथा अकुंर मरवाहा उन्हे कम्पलीशन देने में टाल मटोल कर रहे थे जिसके बाद यह शिकायत पुलिस कमिशनर को दी गई जिसकी जांच दौरान गगन कपूर , अविनाश चंद्र कपूर तथा अंकुश मरवाहा ने चार महीनों का समय मांगा और राजीनामा कर लिया। मगर चार महीने बीत जाने के बाद भी कोई कंपलीशन नहीं दिया गया।
गगन कपूर ने अपने मोबाईल के व्हाट्सअप से एक लैटर भेजी जिसको सिटी स्केयर बिल्डंग का कंपलीशन बताया गया मगर जब इसकी जांच नगर निगम जालन्धर से आरटीआई के जरिए की गई तो खुलासा हुआ कि सिटी स्केयर बिल्डिंग का कोई भी कम्पलीशन सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। मामले सबंधी अप्रैल 2024 में दोबारा से शिकायत पुलिस कमिशनर को दी गई जिसकी जांच स्पैशल क्राईम ब्रांच द्वारा की गई जिसमें सभी तथ्यों का खुलासा हो गया। थाना बारादरी में इस सबंधी अरोपी अविनाश चंद्र कपूर पुत्र वेद प्रकाश कपूर, गगन कपूर पुत्र अविनाश कपूर तथा अकुंश मरवाहा IJM Pvt Ltd के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।