जालंधर, ENS: ढिल्लों ब्रदर्स सुसाइड मामले में चौकाने वाला खुलासा है। इस केस में शिकायतकर्ता मानवदीप सिंह उप्पल ने कपूरथला पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 13 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस ने चार्जशीट फाइल नहीं की। शिकायकर्ता के आरोप है कि थाना-1 के सीसीटीवी 24 जुलाई 2023 को खराब हो गए थे, घटनाक्रम 16 अगस्त का था। डीजीपी की सौंपी गई जांच रिपोर्ट में कमिश्नरेट पुलिस ने कहा कि थाने में कोई अपमान नहीं हुआ था। 16 अगस्त को मेडिकल में मानवजीत के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे दो सितंबर, 2023 को मिले जशन के शव की शिनाख्त कड़े और बूट से हुई थी जहां से जशन का कथित शव मिला, वहां 19 अगस्त को मानवजीत ढिल्लों का मोबाइल कुछ सेकंड के लिए ऑन हुआ था।
एसएचओ नवदीप सिंह और दोनों भाइयों की लोकेशन में फर्क निकला। केवल थाने के विवाद के दौरान मानवजीत से मिले थे। 16 अगस्त, 2023 को मानवदीप उप्पल की भगवंत सिंह भंता (गवाह) से रात 8 बजे 15 सेकंड की बातचीत हुई थी तो इतने कम समय में इतनी लंबी बात कैसे बता सकता है। उन्होंने मीडिया को बीते साल 2 सितंबर को सुल्तानपुर लोधी मंड क्षेत्र के बूंदों गांव (तलवंडी चौधरी) से मिले जशन के कथित शव की डीएनए रिपोर्ट मीडिया को दिखाई और बताया कि डीएनए मिसमैच है। मानवजीत ढिल्लों का आज तक शव तक नहीं मिला है। सवाल यह है कि शव जशन का नहीं था तो किसका था। उधर, कपूरथला के एसपी (इन्वेस्टिगेशन) सरबजीत राय ने कहा कि हाईकोर्ट ने 31 दिसंबर तक जांच पूरी करके रिपोर्ट फाइल करने के आदेश दिए हैं।
इसलिए वे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। मीडिया से बात करते हुए मानवदीप उप्पल ने कहा कि मैंने दूर से देखा कि मानवजीत ने छलांग लगाई थी, न कि जशन ने। मुझे फैमिली ओर दोस्तों ने जैसा बताया, मैंने उसी तरह से स्टेटमेंट दी थी। साल बाद भी चार्जशीट फाइल नहीं की गई। वे हाईकोर्ट चले गए थे। अब पता चला कि डीएनए मिसमैच है। उसे जो कहानी बताई गई थी, वो उलट निकली। दोनों भाई डिप्रेशन की दवा ले रहे थे। मगर पुलिस 13 महीने से केस लटका रही है। अगर पुलिस वाले आरोपी हैं तो चार्जशीट फाइल करे और बेकसूर हैं तो केस खत्म कर दे। जिक्रयोग है कि बीते साल 14 अगस्त को परमिंदर कौर ने ससुराल फैमिली के खिलाफ शिकायत दी थी।
आरोप था कि शिकायतकर्ता के पक्ष में आए मानवजीत सिंह ढिल्लों कथित तौर पर लेडी कांस्टेबल जगजीत कौर से गलत तरीके से पेश आए थे। एसएचओ नवदीप सिंह ने मानव पर अमन शांति भंग करने की कार्यवाही कर दी थी। मेडिकल के बाद मानव को बेल मिल गई थी। मामले में 19 अगस्त को नया मोड़ आया, जब कहा गया कि मानवजीत और उसके भाई जशनबीर ने पुलिस से तंग आकर दरिया में छलांग लगा दी। दो सितंबर को जशन का कथित शव मिलने के बाद इंस्पेक्टर नवदीप सिंह, मुंशी बलविंदर और सिपाही जगजीत कौर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया था। नवदीप को डिसमिस कर दिया गया था।