जालंधर, ENS: नशे और क्राइम की वारदातों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हो गई। आरोपी प्रेस का स्टिकर लगाकर गाड़ी में घूम रहे थे। सीआईए स्टाफ की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार आरोपियों को सलेमपुर मसंदा के पास नाका लगाकर रोकने की कोशिश की। जहां आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। इस घटना में गोली लगने से मनकरण घायल हो गया, जबकि उसके 2 साथियों को भी पुलिस ने मौके पर काबू कर लिया। आरोपियों की पहचान मनकरण, जयवीर और सिमरण के रूप में हुई है।
वहीं इस घटना को लेकर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। आरोपी अमृतसर में धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा के मर्डर केस में वाटेंड थे। सीपी ने बताया कि 26 सितंबर 2025 को आरोपियों ने मर्डर किया था। आरोपी जग्गू भगवानपुरिया और अमृतपाल सिंह गालम के संबंधित है। पुलिस ने 3 आरोपियों को रामामंडी में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया है। मनकरण की टांग में गोली लगी है और वह घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि आज एफआईआर दर्ज के मामले में सुबह 1ः30 बजे कार्रवाई की गई।
सीपी ने बताया कि आरोपियों ने रामामंडी में 303-25 एफआईआर के अनुसार व्हीकल पर आकर गोलियां चलाई थी। जिसके बाद उन्हें सूचना मिली थी कि तीनों आरोपी इस घटना के बाद सलेमपुर मसंदा में घूम रहे है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में मनकरन गोली लगने से घायल हो गया। सीपी ने बताया कि मनकरन 2 अन्य मामलों में वांछित था।
जिसमें एक जीआरपी थाने में जुलाई 2025 का मामला शामिल है और दूसरा अमृतसर में धर्मा मर्डर मामले में वांछित था। गैंगस्टर मनकरण अमृतसर के छेहरटा में हुए धर्मा के मर्डर मामले में शूटरों का मददगार रहा है। दरअसल, अमृतसर में छेहरटा इलाके में 26 सितंबर को हुई धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की हत्या करने के मामले मनकरण फरार चल रहा था। आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद शहर से बाहर भागने की फिराक में थे। लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर आरोपियों को आल्टो कार और वेपन सहित गिरफ्तार कर लिया है।