जालंधर, ENS: गांव नंगल शामा में डा. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद हो गया। मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम की ओर से पास की गई 4 कनाल जमीन पर बाबा साहेब की प्रतिमा लगाने को लेकर गांव के लोग और आप पार्षद व सीनियर डिप्टी मेयर में विवाद हुआ है। इस दौरान लोगों व आप नेताओं में धक्का-मुक्की होने पर पतारा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बैरिकेड्स लगाकर माहौल को शांत करवाया।
बताया जा रहा है कि डा. आंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित करने के बाद लोगों ने पास में राष्ट्रीय ध्वज भी स्थापित किया। शाम होने तक आप नेता और गांव के लोग मौके पर उपस्थित रहे। इस बीच किसी ने इस जगह पर सिख धर्म का प्रतीक पवित्र खंडा साहिब लगाने की बात कह दी। इसके बाद माहौल फिर गर्मा गया। देर शाम करीब साढ़े सात बजे कुछ निहंग युवक भी मौके पर पहुंच गए। गांव के लोगों ने रात को प्रतिमा के पास रहने का निर्णय लेकर वहां धरना लगा दिया।
दरअसल, गांव की सरकारी जमीन का रखरखाव नगर निगम के पास है। लोगों का कहना है कि नगर निगम ने लोगों के फायदे के लिए इस जमीन को इस्तेमाल करने की दी थी और उन्होंने चंडीगढ़ से भी इसकी अनुमति ली है। इस जमीन पर गांव के लोग और आंबेडकर वेलफेयर एंड मिशन सोसायटी आंबेडकर भवन बनाना चाहते हैं। गांव के ही कुलवीर सिंह ने अदालत में याचिका दायर कर इस पर स्टे लिया था। बताया जा रहा है कि अब अदालत ने स्टे को हटा दिया है। इसके बाद गांव का रविदास समाज ने इस जमीन पर भवन निर्माण और डा. आंबेडकर की प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया।
लोगों ने वीरवार को इकट्ठा होकर इस जमीन पर डा. आंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित कर दिया। यह बात जब सीनियर डिप्टी मेयर बलबीर सिंह बिट्टू, पार्षद अमनदीप कीनू, पार्षद के पति रोहित विक्की तुलसी को पता चली तो वह इसके विरोध में खड़े हो गए। इस दौरान दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। घटना में पार्षद कीनू और विक्की तुलसी की गांव के कुछ युवाओं के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। मौके पर पहुंचे डीएसपी कुलवंत सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह 12 बजे दोनों पार्टियों को जालंधर के एसडीएम कार्यालय में बुलाया गया है, जहां दोनों की बात सुनने के बाद फैसला लिया जाएगा।