जालंधर, ENS: भाना सिद्धू एक बार फिर से महानगर में आकर प्रदर्शन करेंगे। धनौला पुलिस द्वारा एक दिन हिरासत में रखे जाने के बाद वह बाहर आते ही ऐलान कर दिया। भाना सिद्धू ने कहा कि वह कल 12 तारीख को एजंट माफिया के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन जालंधर में करेंगे। उन्होंने बताया कि रातें थानों में काटनी पड़ रही हैं, लेकिन वे यह सब जनता और उनके मुद्दों के लिए सह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही जालंधर में एजंट माफिया और फैक्ट्रियों द्वारा पर्यावरण को होने वाले नुकसान के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने कहा पर्चें जितने मर्जी हो जाएं वो डरने वाले नहीं है। उन्होंने कहा पुलिस का कोई कसूर नहीं है। यह लोग नेताओं के इशारे पर चलते है। सिद्धू ने कहा कि समाज के लोगों की लड़ाई आखरी दम तक लड़ते रहेंगे, वह किसी पर्चे से डरते नहीं है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दे मेरे नहीं है यह मुद्दे नेताओं द्वारा हल करने के मुद्दे है, लेकिन उन्हें खुद को लोगों के इन मुद्दों को हल करना पड़ रहा है। सिद्धू ने कहा कि पुलिस ने उस पर कोई पर्चा नहीं किया है, उन्होंने कहा पुलिस का कोई कसूर नहीं है। पुलिस हिरासत में लिए जाने के मामले में कहा कि उनके साथी मेहिंगा सिद्धू की ओर से एक प्रदर्शन किया जा रहा था, जिसमें उसने भी इस प्रदर्शन में शामिल होना था।
लेकिन पुलिस भाना सिद्धू को उसके घर से ही उठा कर ले गई उसको धरने में जाने नहीं दिया। लोगों की समस्याओं को उठाने वाले नौजवान नेता सिद्धू ने आरोप लगाया कि उन्हें सुबह से धनोला थाने में बैठाए रखा गया। उन्होंने कहा कि वह फैक्ट्री से जुड़े एक पर्यावरण मुद्दे पर संघर्ष कर रहे थे, जिसके चलते उन पर धारा 307 का मामला दर्ज किया गया। सिद्धू ने कहा कि पुलिस कार्रवाई और परचे उनके लिए कोई नई बात नहीं हैं, क्योंकि वह अपने गुरुओं और पूर्वजों से संघर्ष करना सीखकर आए हैं।
उन्होंने कहा कि वे पानी, हवा और पर्यावरण को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और यह संघर्ष लोगों के हित के लिए है, न कि किसी निजी स्वार्थ के लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि चुने हुए नेता और मंत्री कारपोरेट घरानों के दवाब में काम करते हैं और पुलिस को भी निर्देश दिए जाते हैं कि “इनको अंदर कर दो, परचा कर दो।”सिद्धू ने कहा कि वे न तो डरेंगे और न पीछे हटेंगे।