जालंधर, ENS: फ़ुटबॉल चौक के पास स्थित अरमान अस्पताल में टीचर की मौत के मामले में ह्यूमन राइट्स कमिशन ने जालंधर पुलिस कमिश्नर और सिविल सर्जन को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। ह्यूमन राइट्स कमीशन ने सोनम की मौत के मामले के क़रीब 2 महीने से ज़्यादा का समय बीत जाने पर भी कारवाई ना करने के कारण नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। वहीं इस मामले को लेकर सिविल सर्जन गुरमीत लाल ने बताया कि इस मामले की जांच लगातार चल रही है। इस मामले में डॉक्टरों की पैनल टीम तैयार की गई थी। सभी डॉक्टरों के ओपिनयन लेने के बाद फाइनल रिपोर्ट हमारे पास आती है। जिसके बाद पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी जाती है।
इंसाफ ना मिलने को लेकर कहा कि अभी रिपोर्ट उनके पास नहीं आई है। उन्होंने कहाकि ऐसे मामलो को लेकर एक्सपर्ट से ओपिनियन लेना पड़ता है। कई बार एक्स्पर्ट हमारे लैवल पर मौजूद नहीं होते है। ऐसे में पीजीआई सहित अन्य अस्पतालों में रिपोर्ट को लेकर राय ली जाती है। जारी नोटिस को लेकर कहा कि अभी तक उनके पास कॉपी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर अरमान अस्पताल के डॉक्टर से सारे दस्तावेज मंगवाए गए है। केस को लेकर उनके बयान भी लिए गए है। सिविल सर्जन ने कहा कि अगर जांच में वह दोष सही पाए गए तो उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि अरमान अस्पताल में महिला टीचर की मौत को लेकर 2 माह पहले काफी हंगामा हुआ था।
टीचर सोनम मुलतानी की आपरेशन के बाद तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी। इस मामले में पीड़ित परिवार द्वारा अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए गए थे। हालांकि दूसरी ओर डॉक्टर ने परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया था। लेकिन इस घटना को लेकर परिवार ने हार नहीं मानी और कानूनी लड़ाई लगातार जारी रखी। इस मामले को लेकर डॉक्टरों का पैनल तैयार किया गया था। परिवार सीएम भगवंत मान को लिखित शिकायत दे चुका है। लेकिन इंसाफ ना मिलने के कारण परिवार ने ह्यूमन राइट्स कमिशन का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद ह्यूमन राइट्स कमिशन ने जालंधर पुलिस कमिश्नर और सिविल सर्जन को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है।