परिवार ने ASI ज्ञान पर लगाए दुष्कर्म और लाखों रुपए की मांग के आरोप
जालंधर, ENS: नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार तस्करों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। वहीं निशा खान उर्फ निशा चौधरी के बाद नशा तस्कर दिलीप सिंह उर्फ दीप के घर पर बुलडोजर चलाया गया। इस मामले में एसीपी आतिश भाटिया ने कहा कि पंजाब सरकार के दिशा निर्देशों पर तस्करों के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। वहीं नगर निगम की टीम की ओर से दिलीप के खिलाफ अवैध इमारत को लेकर शिकायत मिली थी। जिसके चलते वह नगर निगम की टीम के साथ वह दिलीप के घर कार्रवाई करने के लिए आए है। दिलीप के खिलाफ 11 मामले दर्ज है, जिसमें आर्म्स एक्ट, मर्डर, एनपीएस एक्ट के मामले शामिल है। आतिश भाटिया ने कहा कि 11 मामलों में से 6 मामलों में कोर्ट ने दिलीप को सजा भी सुना दी है। इस मामलों में वह जेल काटकर आ चुका है। आरोपी से पिस्टल भी बरामद हुई थी। एसीपी ने कहाकि इस मामले को लेकर आरोपी द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद है।
उन्होंने कहा कि सरकारी कार्रवाई करने से पहले दिलीप सहित परिवार ने सरकारी काम में बाधा डाली। इस दौरान परिवार को डिटेन कर लिया गया, जिसके बाद घर पर बुलडोजर चलाने के बाद परिवार को छोड़ दिया गया। एटीपी सुखदेव विशिष्ट ने कहा कि परिवार को 3 बार नोटिस जारी किया गया। जिसमें एक बार हेयरिंग के लिए बुलाया गया था। इस दौरान नक्शा पास होने संबंधी को दस्तावेज परिवार द्वारा नहीं दिखाए गए। उसके बाद आज अवैध बिल्डिंग पर कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाया गया। दूसरी ओर मामले की जानकारी देते हुए एनडीपीएस एक्ट के मामले में दिलीप सिंह दीप की पत्नी ने कहा कि उन्होंने 2015 में खरीदा था। महिला ने कहा कि घर के दस्तावेज सबकुछ उनके पास है। जब वह कुंवारी थी, उस दौरान पिता ने उसे घर खरीदकर दिया था। बीते दिन देर रात 9.30 बजे पुलिस अधिकारी आए और कहा कि सुबह तक घर को खाली कर दिया जाए, क्योंकि सुबह घर पर कार्रवाई की जाएगी।
महिला ने मकसूदा थाने के एएसआई ज्ञान ईश्वर ने 2017 में दुष्कर्म करने के आरोप लगाए है। महिला ने आरोप लगाए कि उस दौरान उसकी सगाई हुई थी। इस दौरान उसका मंगेतर उनके पास मिलने के लिए आता था। वहीं महिला ने कहा कि पति को घर से थाने लेकर गए, लेकिन कुछ नहीं मिलने पर पति पर नशीले पाउडर कका केस डाल दिया गया। जिसके बाद पुलिस द्वारा 6 लाख रुपए की मांग की गई। इस दौरान महिला ने कहा कि सीबीआई के समक्ष मामले को रखा हुआ है। महिला ने आरोप लगाए है कि इस मामले में घर पर पुलिस ने दुष्कर्म किया गया। उस दौरान माता-पिता नौकरी पर गए हुए थे। जब सीबीआई को मामले के लिए बताया तो 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। महिला का कहना है कि इस मामले को लेकर उच्च अधिकारी के समक्ष मामला रखा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब महिला ने कहाकि उसे इंसाफ दिया जाए, इस घर को लेकर पति का कोई लेन-देन नहीं है और घर पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई ना की जाए।
वहीं माता ने कहा कि लड़की के नाम से घर है। नशे को लेकर दामाद पर पर्चे दर्ज है, लेकिन घर को लेकर दामाद का कोई लेना-देना नहीं है। दामाद शादी के समय से रह रहा है। माता का आरोप है कि दामाद पर नाजायज पर्चा डाला गया है। उन्होंने कहा कि कल पुलिस ने देर रात आकर घर को खाली करने के लिए नोटिस दे दिया। जिसके बाद आज पुलिस द्वारा घर पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। दूसरी ओर दिलीप सिंह दीप ने कहा कि उस पर पर्चे नाजायज दिए गए है। दिलीप ने कहा कि मकान उसकी पत्नी के नाम पर है। 2017 में उसके नाम पर पर्चा दर्ज किया गया है। उस दौरान सीबीआई कोर्ट में मामला दर्ज है, हालांकि उनके द्वारा जमानत नहीं लगाई गई।
इस मामले में 6 पुलिस मुलाजिम सस्पेंड किए गए थे। दिलीप ने कहा कि उस पर नाजायज पाउडर का पर्चा दर्ज किया गया। इस मामले में नोटिस उसके नाम पर दिया गया, लेकिन यह मकान उसके नाम पर नहीं है। उसकी 2021 में शादी हुई है, जिसके बाद से वह ससुराल घर में रह रहा है, हालांकि पर्चा 2017 में दर्ज हुआ है। दिलीप ने कहा कि उस पर मकसूदा थाने में पर्चा दर्ज था, लेकिन उसके बाद थाना 1 में पर्चा दर्ज किया गया। उस दौरान एएसआई ज्ञान सिंह ने 6 लाख रुपए की मांग की थी। जब पैसे देने से मना किया तो एएसआई ने कहा कि 5 ग्राम स्मैक के मामले में जेल भेज देते है। जिसके बाद करतापुर से आए एसएसएपी ने पर्चा देने के आदेश जारी किए थे। दिलीप ने कहा कि वह ड्राइवर है और वह नशा करता था। परिवार ने प्रशासन से इंसाफ की मांग की है।