जालंधर, ENS: मोहिंदर सिंह केपी के बेट रिची केपी की सड़क हादसे में मौत के मामले में शेखां बाजार कपड़ा व्यापारी गुरशरण सिंह प्रिंस अभी भी फरार चल रहा है। बीते दिन रिची केपी की मौत को लेकर मॉडल टाउन गुरुद्वारा साहिब में अंतिम अरदास भी हो गई है, लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने इस मामले में अब कार्रवाई करते हुए प्रिंस को पनाह देने के आरोप में उसके दो जीजा गुरप्रीत सिंह वासी न्यू जवाहर नगर और तरनजीत सिंह वासी लुधियाना को गिरफ्तार कर लिया है।
दोनों आरोपी कपड़ा व्यापारी है। उनके खिलाफ लगाई गई धारा थाना स्तर पर जमानती है तो देर रात तक पुलिस कानूनी राय ले रही थी, ताकि उन्हें बेल पर छोड़ा जा सके। गौर हो कि प्रिंस 8 दिन से फरार चल रहा है। पुलिस की जांच में यह बात आई है कि 13 सितंबर की देर रात एक्सीडेंट के बाद जब जीटीबी नगर में रहते प्रिंस को पता चला कि मृतक केपी का बेटा है तो वह फरार हो गया था। उसने एक्सीडेंट को अंजाम देने वाली क्रेटा कार को एक धार्मिक स्थल पर खड़ी कर दिया था।
पुलिस ने प्रिंस की तलाश में उसके जीजा गुरप्रीत सिंह और लुधियाना में रहते दूसरे जीजा तरनजीत सिंह के घर रेड की थी, लेकिन वह उन्हें नहीं मिला था। प्रिंस की फैमिली ने पुलिस को यकीन दिलवाया था कि प्रिंस जैसे ही उनके टच में आएगा वह उन्हें खुद पेश करवा देंगे, लेकिन प्रिंस केस में राहत पाने के लिए कोर्ट चला गया। पुलिस ने जांच की तो यह बात सामने आई कि प्रिंस को पनाह देने व फरार करने में मदद करने में दोनों जीजा की कथित भूमिका रही है। देर रात तक दोनों जीजा की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस चुप्पी साधे हुए थे।