जालंधरः प्रसिद्ध बॉडी बिल्डर वरिंदर घुम्मन की मौत के बाद अब उनकी सर्जरी से ठीक पहले की एक वीडियो सामने आई है। वीडियो में वरिंदर डॉक्टर से बातचीत करते कहते दिख रहे हैं कि मुझे जल्दी ठीक कर दो डॉक्टर साहब, मेरी बॉडी आउट ऑफ शेप हो गई है। मैं सर्जरी के बाद जल्दी से एक्सरसाइज शुरू करना चाहता हूं। यह वीडियो सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर रब्बी बाजवा ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है। बाजवा ने पोस्ट में दावा किया कि वरिंदर को कोई बीमारी नहीं थी और उनकी मौत सर्जरी के बाद डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई।
बता दें कि 9 अक्टूबर को अमृतसर के फोर्टिस अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान वरिंदर घुम्मन का निधन हो गया था। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान उन्हें दो बार दिल का दौरा (हार्ट अटैक) पड़ा। घटना के बाद अस्पताल में मौजूद दोस्तों और डॉक्टरों के बीच तीखी बहस भी हुई थी।
वीडियो में वरिंदर डॉक्टर से कहते हैं कि उन्हें पता है यह सर्जरी आम है, लेकिन एक खिलाड़ी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वे सर्जरी के बाद जल्द ही अपने खेल में वापसी करना चाहते हैं। इस पर डॉक्टर बताते हैं कि उनके तीन मसल्स में खिंचाव और टूटापन है, जिन्हें सूचर एंकर तकनीक से रिपेयर किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि लोग मेरे लिए दुआ करें कि सर्जरी ठीक-ठाक हो जाए। मैं चार-पांच महीने से थोड़ा आउट ऑफ शेप हो गया हूं और जल्दी से अपनी बॉडी को फिर से शेप में लाना चाहता हूं। फिलहाल, वरिंदर घुम्मन की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर डॉक्टरों की लापरवाही के आरोपों की चर्चा जारी है। पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
रब्बी बोले- मैं घुम्मन भाई की फिल्म ही मैन रिलीज करुंगा
रब्बी बाजवा ने कहा कि दुख की बात है कि आज उनकी सच्ची शहादत को भी दबाया जा रहा है। उनका बुजुर्ग पिता आज टूट चुका है। इंसाफ की उम्मीद में हर रोज रो रहा है। मेहरबान, चीमा, सुखराज और अन्य सभी भाई मेरे साथ डटकर खड़े हैं। आपका साथ मेरी ताकत है। मैं जल्द ही वरिंदर पाजी की हिंदी फिल्म ही मैन रिलीज़ करूंगा ताकि दुनिया उनकी हिम्मत और जज्बा देख सके।मैं वरिंदर घुम्मण फाउंडेशन स्थापित कर रहा हूं जो जरूरतमंद खिलाड़ियों की मदद करेगा। मुफ्त जिम खोलेगा और उनके नाम पर स्मारक बनाएगा। सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील है कि वरिंदर घुम्मण के केस की उच्च स्तरीय मेडिकल जांच करवाई जाए और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई हो। उनके योगदान का सम्मान करते हुए उनके नाम पर राजमार्ग, स्मारक और प्रतिमा स्थापित की जाए। यह सिर्फ़ एक व्यक्ति की नहीं, हजारों युवाओं की आवाज है। वरिंदर घुम्मण लीजेंट फॉरएवर। वे हमारे साथ नहीं, लेकिन उनका नाम और उनकी आत्मा सदैव जीवित रहेगी। मैं जल्द ही वरिंदर पाजी की हिंदी फिल्म ही मैन रिलीज करूंगा ताकि दुनिया उनकी हिम्मत और जज्बा देख सके।