जालंधर, ENS: अमेरिका से 3 विमानों के जरिए भारतियों को डिपोर्ट करके भेजा गया। हालांकि इस मामले को लेकर अमेरिका से लौटे कुछ यात्रियों ने ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ शिकायतें दी है। जिसके बाद पुलिस ने ट्रैवल एजेंटों पर एफआईआर भी दर्ज की है। लेकिन दूसरी और जब डंकी लगाकर भेजने के मामले में जालंधर के एडीसी सहित कई अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहाकि अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। जबकि सरकार की ओर जारी वेबसाइट के अनुसार ट्रैवल एजेंटों की लिस्ट में कई ट्रैवल एजेंटों के लाइसेंस सस्पेंड हो चुके है। इस मामले को लेकर जब मीडिया ने खुद ट्रैवल एजेंटों से डंकी को लेकर बात की तो चौकाने वाले खुलासे हुए।
जिसमें ट्रैवल एजेंटों ने खुद बताया कि वह कैसे डंकी के जरिए विदेश भेज सकते है। हालांकि उन्होंने डंकी के रास्ते से जाने के 2 तरीके भी बताए। जिसमें एक कार के जरिए और दूसरा जहाज के जरिए डंकी लगाकर विदेश भेजा जा सकता है। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से क्यों नहीं ले रहा। किसकी शह पर ट्रैवल एजेंट डंकी लगाकर लोगों को विदेश भेज रहे है, यह सबसे बड़ा चिंता का विषय है। जबकि डीजीपी गौरव यादव द्वारा अमेरिका से लौटे यात्रियों से पूछताछ के बाद ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर एक एसआईटी गठित की गई है। लेकिन जालंधर के ट्रैवल एजेंटों ने डंकी को लेकर जो खुलासे किए है वह चौकाने वाले है।
वहीं ट्रैवल एजेंट ने कहाकि कि डंकी 2 तरह की है। एजेंट ने कहा कि जितने पैसे खर्चे करेंगा उसके हिसाब से डंकी लगाई जाएगी। इस दौरान कार के जरिए डंकी लगाकर इटली भेजने को लेकर खुलासा किया। वहीं यूएसे भेजने को लेकर कहा कि वह जहाज के जरिए यात्री को भेजेगा। इसमें एडवांस नहीं लिया जाएगा। वहीं 2 किश्तों में पैसे लिए जाएंगे। दूसरी ओर डंकी को लेकर कहा कि 25 से 30 लाख में जंगलों के रास्ते से डंकी लगाई जाती है। इस दौरान जहाज के जरिए वह डंकी 13 लाख में इंडिया से लगाई जाती है। इस दौरान डंकी के जरिए भेजने वाले यात्रियों की वीडियो भी दिखाई, जिसमें मुकेरिया के लड़के को उसके द्वारा भेजा गया।
इस दौरान अन्य ट्रैवल एजेंट से डंकी लगाकर भेजने के लिए बात की गई। तो उसने बताया कि टूरिस्ट वीजा के जरिए पहले भेजा जाता है। जिसके बाद वहां पर उनके जानकार है जो टूरिस्ट वीजे को अवैध रूप में रहने के लिए सहायता करते है। ट्रैवल एजेंट ने बताया कि टूरिस्ट वीजे की कुछ दिनों की वैलेडिटी होती है, जिसके बाद आप हमारे संपर्क के लोग से मिलकर असायलम के लिए अप्लाई कर सकते है और वह आपका काम करवाकर देंगे।असायलम के लिए उसने विदेश भेजने को लेकर खुलासा करते हुए बताया कि इसमें कुछ तस्वीरें चाहिए होगी, जो पार्टी के लिए तैयार करवाई जाती है। वह तस्वीरें वहां पर दिखाई जाएगी। ट्रैवल एजेंट ने कहा कि शुरुआत में कोई फीस नहीं ली जाती। वीजा लगने के बाद पैसे लिए जाएगे।
ट्रैवल एजेंट ने बताया कि पॉलिटिकल असायलम में कम खर्चा आता है पैसे कम लगते है और कागज भी कम देने पड़ते है जबकि कोई और कनाडा जाने का तरीका महंगा पड़ता है।एजेंट ने कहा कि ज्यादा तक यात्री लिमिया वाला कम लेते है। एजेंट ने बताया कि लिमिया वाला का कुछ और सिस्टम हो जाता है, उधर फिर लॉयर को पैसे देने पड़ते हैं। जबकि असायलम में थोड़ा कम खर्चा आता है। जिसमें वर्क परमिट के लिए एक लेटर आता है न लेबर मार्केट असेसमेंट का उसे शॉट फॉर्म में लिमिया बोलते है। उधर से आपको कोई लॉयर डॉक्यूमेंट दे देगा कि मुझे एक एंप्लॉय की नीड है यह लॉयर आपके नाम पर निकाल कर आपको दे देगा।