जालंधर, ENS: पंजाब भर में आज पंचायती चुनाव हो रहे है। वहीं यूके से जालंधर के कस्बा किशनगढ़ में पंचायती चुनाव लड़ने के लिए अमरीक सिंह यूके के सलाओ से जालंधर पहुंचे। वहीं मामले की जानकारी देते हुए अमरीक सिंह ने बताया कि उनका वैसे तो जालंधर में ही कारोबार है, लेकिन यूके उनका आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने कहा कि वह जरूरत मंदो की अक्सर सेवा करते है। उन्होंने कहा कि वह माता-पिता के आदर्शों पर चल रहे है। अमरीक सिंह खुद रेडियों आर्टिस्ट है। उन्होंने कहा कि लोग उन्हें मास्टर जी के नाम से जानते है। वह काफी समय से यूके में रहते है। अमरीक सिंह ने बताया कि जालंधर में उनकी खेती है और उनकी ट्रांसपोर्ट भी जालंधर में है।
उन्होंने कहा कि जिस गांव में वह रहते है ऐेसे में उनका फर्ज बनता है कि वह उस गांव की नुहार को बदले। अमरीक सिंह ने कहा कि स्कूल में अक्सर आते-जाते रहते है और बच्चों के लिए कुछ ना कुछ करते रहते है और बच्चों को शिक्षा के बारे में जानकारी देते है। अमरीक सिंह ने कहा कि जब वह गांव में आते है तो इलाका निवासी गांव की समस्याओं के बारे में बताते रहते है। उन्होंने कहा कि स्कूल की डिवेल्पमेंट के लिए अक्सर कुछ ना कुछ करते रहते है। अमरीक सिंह ने कहा कि धम्माली शाह में मेले पर गए। जहां उन्हें लड़कियों ने बताया कि उनके गांव में तीज का त्यौहार कभी नहीं हुआ। जिसके बाद उन्होंने वहां पर तीज का त्यौहार शुरू करवाया।
अमरीक सिंह ने कहा कि वह अक्सर समाज और गांव के विकास के लिए काम करते रहे। पंचायती चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि उनके मन में चुनाव लड़ने का तब ख्याल आया जब गांव में विकास को लेकर लोगों ने उनसे आग्रह किया कि पैसे मिलने के बावजूद गांव का विकास नहीं हुआ। जिसके बाद उन्होंने गांव के विकास के लिए पैसे नहीं दिए। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता लगा कि पैसे उनके पर्सनल खातों में जा रहे है और विकास नहीं हो रहा तब उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया। अमरीक सिंह ने बताया कि लोगों ने कहा कि वहां गांव के सरपंच से खुश नहीं है। क्योंकि गांव का विकास नहीं हो रहा और ना ही लोगों के झगडो़ं के फैसले किए जा रहे है। जिसके बाद उन्होंने गांव के सरपंच के बारे में लोगों से पूछा तो उन्होंने कहा कि कर्मजीत कौर है, लेकिन काम उनके पति करते है। जिसके बाद वह फाइल लेकर उसके पास कहे और कहा कि सरपंच की मोहर लगानी है।
उन्होंने कहा कि गुरबख्श सिंह ने फाइल पर मोहर लगाई तो उन्हें विश्वास हुआ कि सरपंच उनकी पत्नी है, लेकिन काम उनका पति कर रहा। जिसके बाद उन्होंने गांव वासियों ने चुनाव लड़ने के लिए आग्रह किया। अमरीक सिंह ने कहा कि लोगों की सर्वसम्मति से चुनाव लड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या को दूर करने के लिए एक संस्था बनाई। अमरीक सिंह ने कहा अब उनकी संस्था लोगों की भलाई के लिए काम कर रहे है। अमरीक सिंह ने कहा कि वह गांव के लिए कुछ करना चाहते है, जिसके लिए इस बार उन्होंने गांव वासियों की नुहार बदलने के लिए सरपंची चुनाव लड़ने का फैसला किया। अमरीक सिंह ने कहा कि हार जीत जनता का फैसला है। अमरीक सिंह ने कहा कि इस चुनाव में जो कोई भी जीते उन्हें कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि वह गांव के विकास करना चाहते है।
वहीं दूसरी ओर अमरीक सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर गांव वासियों से बात की गई तो गांव वासियों में से कुछ लोगों ने रोष पाया गया, जबकि कुछ लोग अमरीक सिंह के समर्थन में आए। इस दौरान एक युवती ने अमरीक सिंह द्वारा किए गए विकास कार्यों को लेकर कहा कि उन्हें तो अमरीक सिंह द्वारा किए गए विकास कार्य गांव में दिखाई नहीं दे रहे। युवती ने कहा कि वह उन्हें जानती भी नहीं है और ना ही अमरीक सिंह को उसने गांव में कभी देखा है। युवती ने कहा कि पुराने सरपंच के बारे में तो वह जानती है।
युवती ने कहा कि अमरीक सिंह काफी समय से विदेश में रहे है, ऐसे में वह उनके जीतने पर विकास कार्यों के बारे में कुछ कह नहीं सकती। पूर्व सरपंच ने कहा कि जो मौजूदा सरपंच विकास के कार्यों के आधार पर वोट मांग रहे है, वहीं यूके के अमरीक सिंह चाहते है कि वह गांव का विकास करना चाहते है। उन्होंने कहा कि सरपंच को चुनने का फैसला गांव वासियों के हाथ में है। महिला मंजीत ने कहा कि पिछले सरपंच द्वारा गांव में काफी काम किए गए। वहीं उन्होंने यूके से आए अमरीक सिंह द्वारा भी किए गए कार्यों की सहारना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर सर्वसम्मति से सरपंच चुना जाता तो ज्यादा बढ़िया था।
वहीं उन्होंने कहा कि अगर वोटिंग से चुना जा रहा है तो वह भी अच्छा है। पूर्व सरपंच के पति ने कहा कि अमरीक सिंह अपने पर्सनल मुद्दे लेकर वोट मांग रहे है, लेकिन पूर्व सरपंच गांव के विकास को लेकर वोट मांग रहे है। वहीं उन्होंने अमरीक सिंह द्वारा पूर्व सरपंच की जगह उनके पति पर लगाए गए आरोपों को नकारा। ग्रांट के पैसे खाने के आरोपों को पूर्व सरपंच के पति ने कहा कि वह इसकी जांच करवा सकते है। अमरीक को लेकर उन्होंने कहा कि वह शौंक के लिए काम कर रहा है, लेकिन उसने गांव का कोई विकास नहीं करवाया।
ये भी देखें :-