जालंधर, ENS: साइबर ठगों द्वारा अब डिजीटल अरेस्ट करके लोगों से ठगी मारी जा रही है। वहीं शांति विहार के बुजुर्ग व्यक्ति से ठगी डिजीटल अरेस्ट करके लाखों की ठगी मारने का मामला सामने आया है। जहां फर्जी पुलिस कर्मी बनकर मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज होने की कहकर 73 वर्षीय बुजुर्ग तजिंदर सिंह को डिजिटल अरेस्ट किया गया। जिसके बाद आरोपियों ने 13 दिन तक रोजाना वीडियो काल करके बुजुर्ग को थाना दिखाकर उससे करीब 66 लाख रुपये ठग लिए। घटना के बाद बुजुर्ग ने दोस्त को सारी बात बताई।
जिसके बाद पता चला कि वह ठगी का शिकार हो रहा है। इस घटना की शिकायत तजिंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी। साइबर क्राइम ब्रांच ने 6 महीने जांच के बाद ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में तजिंदर सिंह ने बताया कि उनके बेटा व बेटी विदेश में रहते हैं। एक साल पहले पत्नी की मौत के बाद वह घर में अकेले ही रहते हैं। नवंबर 2024 में उन्हें वाट्सएप पर किसी नंबर से वीडियो काल आई। वीडियो काल पर बैठे व्यक्ति ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। उसने कहा कि वह मुंबई के अंधेरी पुलिस स्टेशन बात कर रहा है। आरोपियों ने कहा कि उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस सीबीआइ में चल रहा है, जिसे सुनकर वह डर गए।
इसके बाद आरोपियों ने उनके बैंक खातों की डिटेल मांगनी शुरू कर दी। डिटेल लेने के बाद उसने सभी खातों को बंद करके एक खाते में पैसे जमा करवाने के लिए कहा। ठग ने अगले दिन दोबारा काल करके उन्हें डराने लगा। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला 13 दिन चला। 13 दिनों के अंदर साइबर ठग ने उनसे 65 लाख 91 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। इसके अगले दिन उनका दोस्त मिलने के लिए घर पर आया हुआ था तो उसी दौरान ठग की काल आ गई, जिसके बारे में उन्होंने दोस्त को बताया। दोस्त ने काल पर बात की तो आरोपी टालमटोल करने लगा। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। अभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।