जालंधर, ENS: भोगपुर के गांव मानकराए में मुसलमान गुज्जर बिरादरी से संबंधित महिलाओं को बंधक बनाकर पीटने की घटना सामने आई है। दरअसल, गत रात एक घोड़ी और बछेड़ी खुलकर कहीं चली गई। जिसको लेकर पीड़ित पक्ष जानवरों को ढूंढने के लिए निकला और वह खेतों में दूसरे के डेरे पर पहुंचे। जहां तीनों महिलाओं ने उक्त डेरे के मालिक से घोड़ी और बछेड़ी से संबंधित पूछा। यह सुनते ही डेरे में मौजूद 4 लोगों ने इन तीनों महिलाओं के साथ बेरहमी से पीटाई की।
जिसके बाद महिलाएं भाग आई, लेकिन 4 लोगों ने पीछा करते हुए 2 महिलाओं नीरां और माल्कू को घेर कर फिर अपने डेरे में ले गए और फिर बंधक बना लिया। तीसरी महिला ने गांव वालों को घटना की सूचना दी और फिर थाने भोगपुर को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर महिलाओं को छुड़वाया और फिर अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों महिलाओं को बंधकों के चुंगल से छुड़वाया है। इस संबंध में काला बकरा अस्पताल में सफी पुत्र मुसूम अली वासी गांव लुहारां ने बताया कि उनके डेरे लुहारां के स्कूल के सामने है और गत रात उनकी एक घोड़ी अचानक खुलकर कहीं चली गई थी।
उनके डेरे के साथ उनकी बुआ का भी डेरे है और बुआ की भी एक बछेड़ी रात को खुलकर कहीं चली गई थी। सुबह डेरे के पुरुष पराली इकट्ठे करने चले गए और डेरे में 2 महिलाएं नीरां पत्नी याकूब अली और मलकू पत्नी बाड हुसैन तथा उनके साथ वाले डेरे में रहने वाली उनकी बुआ सेती अपनी घोड़ी और बछेड़ी को खोजने के लिए खेतों में दूसरे के डेरे पर पहुंचीं, जहां उन्हें बंधक बनाकर पीटा गया। इस मामले में पुलिस चौकी लहदड़ा के सब इंस्पेक्टर अंजू ने काला बकरा अस्पताल पहुंच कर पीड़ित महिलाओं के बयान दर्ज किए हैं।