पंजाब (जालंधर) ENS: सिविल अस्पताल में पेड़ काटने का मामला अभी थमा नहीं है कि अब शाहकोट तहसील के गांव बल नौं से सामने आया है। जहां गुरुद्वारा साहिब की दीवार के साथ लगे बूटे उखाड़ने के मामले में तूल पकड़ ली है। इस घटना की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है। जिसमें देखा जा सकता ही भारी मात्रा में बूटे को उखाड़कर ट्राली में डालकर ले जाया जा रहा है।
वहीं मामले की जानकारी देते हुए गांव के रहने वाले सरबजीत सिंह पुत्र शंकर सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब की दीवार के साथ लगे बूटों को गांव के कुछ लोगों द्वारा उखाड़ दिया गया है। सरबजीत सिंह ने आरोप लगाए है कि गांव के एक एनआरआई और कुछ युवकों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जालंधर के डिप्टी कमिश्नर और अन्य उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन उक्त लोगों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वहीं दूसरी ओर जिन युवकों पर बूटे उखाड़ने के आरोप लगे है, मीडिया द्वारा उनसे बात की गई। मामले की जानकारी देते हुए उक्त लोगों ने बताया कि एनआरआई की मदद से गांव के गुरुद्वारा साहिब की दीवार की रिपेयर करने को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिसके चलते बूटों को उखाड़कर उन्होंने गांव के ही श्मशान में लगा दिया है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है।
उन्होंने कहा कि वह गांव की सुधार के लिए गांव को स्वच्छ रखना चाहते है। जिसके चलते उन्होंने श्मशानघाट में उक्त बूटों को लगा दिया है। उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि वह एक बार उनके गांव का दौरा करें और देखकर बताए कि उन्होंने क्या गलत किया है। उनका कहना हैकि गांव के कुछ लोग उन्हें अच्छा काम करने से रोकने को लेकर ऐसा कर रहे है।