जालंधर, ENS: लोकसभा चुनावों को लेकर आजाद चुनाव लड़ रहा नीटू शटरां वाले का अपनी बहन के साथ विवाद हो गया। दरअसल, नीटू की बहन भी इस बार चुनाव लड़ रही है, लेकिन वह नीटू के खिलाफ मैदान में उतरी है। वहीं बताया जा रहा हैकि कुछ दिन पहले भी बहन का नीटू के साथ विवाद हो गया था। इस दौरान नीटू के बहन ने कहा कि वह नीटू को एक वोट नहीं पड़ने देंगी। वहीं नीटू ने कहाकि बहन के कारण उसे भी काफी नुकसान हुआ है।
वहीं दोनों की पार्टी बेगमपुरा पार्टी के प्रधान सुच्चा सिंह भी मौके पर पहुंचे है। वहीं नीटू प्रधान से पूछ रहा है कि वह एक तरफ खड़े हो जाएं। नीटू की बहन आरपीआई की ओर से चुनाव लड़ रही है। वहीं नीटू और उसकी बहन ने कहाकि दोनों ने इस बार चुनाव लड़ने है, ऐसे में दोनों में कोई टिकट वापिस नहीं लेंगा। वहीं प्रधान का कहना हैकि चुनावों में जीत हासिल होने के बाद नीटू को सासंद बनाएगा जाएंगा। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि अगर नीटू की बहन चुनाव में जीत हासिल करती है तो नीटू को कैसे सासंद बनाया जाएंगा। दोनों के बीच काफी देर तक हंगामा होने के बाद दोनों भाई-बहन में समझौता हो गया। नीटू की बहन का चुनाव निशान बैटरी है।
वहीं इस मामले में को लेकर नीट ने कहाकि चुनावों को लेकर उसके खिलाफ उसकी बहन चुनाव में मैदान में उतरी है। जिसके बाद दोनों का घरों में आना-जाना भी बंद हो गया। अब नीटू ने कहाकि पार्टी प्रधान ने आश्वासन दिया हैकि अगर उसकी बहन चुनावों में जीत हासिल करती है तो पहल के आधार पर उनके मसले हल करवाए जाएंगे। वहीं नीटू की बहन का कहना हैकि अब वह अपने भाई के साथ खड़ी है। उन्होंने जनता के सामने अब माफी मांग रही है। बहन ने कहाकि अब वह नीटू को कुछ गलत नहीं बोलेंगी। उनका कहना है कि अब लोग चाहे नीटू को वोट डाले या फिर उन्हें वोट दें, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
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