जालंधरः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य चरणजीत सिंह चन्नी ने लोकसभा में किसानों के साथ-साथ खेत मजदूरों की भी बात करते हुए कहा कि कृषि विभाग का नाम कृषि, किसान एवं मजदूर कल्याण विभाग होना चाहिए, ताकि खेत मजदूरों को भी सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने मांग की कि किसानों को दी जाने वाली 6,000 रुपये की वार्षिक सहायता को बढ़ाकर 12,000 रुपये किया जाए और यह सुविधा खेत मजदूरों को भी दी जाए। उन्होंने कहा कि दलितों और गरीब लोगों के लिए रखा गया पैसा पूरा खर्च नहीं हो रहा है और इस पैसे का लाभ इन वर्गों को दिया जाना चाहिए।
चन्नी ने लोकसभा में बोलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत के खाद्यान्न को लेकर कही गई बातों को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की भी बात कही। चन्नी ने कहा कि पराली की समस्या के समाधान के लिए किसानों को एमएसपी से 100 रुपये ऊपर दिए जाने चाहिए ताकि पराली का प्रबंधन करना किसान की जिम्मेदारी रहे। इस दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए भाजपा और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि किसानों को बदनाम करने की साजिश के तहत उन्हें प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ विश्वासघात करके उनकी पीठ में छुरा घोंपा गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को बैठक के लिए बुलाना और प्रदर्शन को खत्म करवाना उनके साथ विश्वासघात है और यह पूरे देश के किसानों के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी किसानों का अधिकार है।