देर रात कलिया कालोनी के पास खाली करवाई गई झुग्गियां
जालंधर, ENS: शाहकोट और लोहिया इलाके बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोगों द्वारा घर खाली किए जा रहे हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा पा रहा है कि तरह लोग अपने उदास मन के साथ मन के साथ अपने घरों को खाली कर रहे हैं। कुछ लोग सामान छत पर रख रहे हैं, तो कुछ लोग ट्रैक्टर में भरकर रहने के लिए अपना घर ढूंढ रहे हैं। हालातों की बात की जाए तो हालात बहुत बुरे हो चुके हैं। जो भी चीज पानी के पास जाती वह उसकी रफ्तार की चपेट में आ जाती है, ऐसे ही एक ट्रैक्टर पानी के पास गया कि वह उसकी चपेट में आ गया। जिसको गांव के नौजवानों ने बड़ी मुश्किल से निकाला। जानकारी के मुताबिक सतलुज दरिया के साथ लगते जालंधर के सब डिवीजन शाहकोट में लोहियां इलाके में 2 जगह धुस्सी बांध के टूटने की सूचना मिली है। लोगों ने बताया कि धुस्सी बांध में 2 जगह बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिसकी वजह से गांवों में पानी घुसने लगा है। वहीं लोगों को रेस्क्यू करने के लिए देर रात से NDRF की टीम का ऑपरेशन जारी है।
वहीं देर रात जालंधर में भी रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। भगत सिंह कालोनी के साथ लगते गंदे नाले में भी भाखड़ा नहर का पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते पुलिस ने नाले के साथ रहने वाले झुग्गी-झोपड़ी वालों को कहीं सुरक्षित जगह शिफ्ट होने के लिए कह दिया है। देर रात झुग्गियों के लोग अपना सामान समेटकर सड़कों पर जा बैठे हैं। पर अभी तक प्रशासन की तरफ से उनके लिए कोई पुख्ता प्रबंधन नहीं किया गया है। इस मामले में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। डीसी विशेष सारंगल को इस आदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। प्रशासनिक अधिकारियों में तालमेल की कमी का खामियाजा इलाके लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने बीते दिन सिविल और पुलिस अधिकारियों के साथ सब डिवीजन फिल्लौर और शाहकोट और ब्लॉक लोहियां खास में सतलुज नदी के किनारे विभिन्न गांवों का दौरा किया और भारी बारिश के कारण उत्पन्न हुई स्थिति का जायजा लिया। ब्लॉक लोहियां खास के गांव जानिया में लोगों से बातचीत के बाद डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बारिश के कारण पानी की मात्रा अधिक है, लेकिन सुरक्षित स्तर पर है और इसका बहाव भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने वर्तमान स्थिति को देखते हुए लोगों द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना करते हुए किसी भी अफवाह आदि पर विश्वास न करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि यदि किसी को किसी घटना की जानकारी मिले या किसी के फंसे होने की जानकारी मिले तो तत्काल आपातकालीन नंबर 112 या जिला प्रशासन के बाढ़ कंट्रोल रूम नंबर 0181-2224417 पर सूचना दें सकते हैं ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा कि सिविल और पुलिस प्रशासन की सभी टीमें, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), एसडीआरएफ टीमें और सैनिक किसी भी कठिन परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के सभी अधिकारी जमीनी स्तर पर आवश्यक कार्य कर रहे हैं ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।