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जालंधरः किसान जत्थेबदियों ने किया रेलवे ट्रैक जाम, देखे वीडियो

जालंधरः किसान जत्थेबदियों ने किया रेलवे ट्रैक जाम, देखे वीडियो जालंधरः किसान जत्थेबदियों ने किया रेलवे ट्रैक जाम, देखे वीडियो

जालंधर, ENS: केंद्र सरकार और पंजाब सरकार के खिलाफ 18 किसान जत्थेबंदियों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान आज पंजाब भर में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए है। मामले की जानकारी देते हुए किसानों ने कहा कि यह आंदोलन वैसा ही होगा, जैसे दिल्ली आंदोलन से पहले पंजाब में शुरू हुआ था। किसानों द्वारा वैसे ही अपनी मांगों को लेकर 28, 29 और 30 सितंबर को पंजाब में रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया गया है। इसी के तहत आज जालंधर के कैंट रेलवे स्टेशन पर किसने की तरफ से प्रोटेस्ट शुरू कर दिया गया है। इस दौरान सुखविंदर सिंह समरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं पर अभी तक केंद्र और पंजाब सरकार ने उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया है। जिसको लेकर किसान जत्थेबंदियों ने कुछ दिन पहले रेलवे ट्रैक रोकने का ऐलान कर दिया था। 

किसानों की क्या है मांग?

  •   भारत में आई बाढ़ के चलते जो किसानों का नुकसान हुआ है उसके लिए केंद्र सरकार 50000 करोड़ रुपये का पैकेज जारी करें।
  •   दिल्ली आंदोलन की मांगों में से एक किसानों की फसलों की एमएसपी दी जाए।
  •   दिल्ली आंदोलन के दौरान जिन किसानों पर मामले दर्ज किए गए हैं उनको रद्द किया जाए। जो अभी तक नहीं हुए हैं।
  •   लखीमपुर खीरी की घटना में अभी तक इंसाफ नहीं।
  •   इसके अलावा और भी अनेकों मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन शुरू कर रहे हैं।

भारतीय किसान यूनियन आजाद के नेता जसविंदर सिंह लोंगोवाल ने बताया कि पंजाब में रेल रोकने का ऐलान उत्तरी भारत के 16 संगठनों का है जिसमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, यूपी और उत्तराखंड और भी दूसरे राज्यों के किसान संगठन मौजूद रहेंगे। हम तीन दिनों के लिए पंजाब में रेल का चक्का जाम करेंगे। कोई भी रेल नहीं चलेगी। अगर बात नहीं बनी तो उसके बाद पंजाब से बाहर देश के दूसरे राज्य में लेकर जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी मांगी है जो बाढ़ के चलते देश में किसानों का नुकसान हुआ है उसके लिए 50000 करोड़ रुपए का पैकेज जारी करें।

फसलों की एमएसपी लागू किया जाए। केंद्र सरकार दिल्ली आंदोलन के दौरान जितने किसान के खिलाफ मामले जो दर्ज हैं उनको रद्द करे जो अभी तक रद्द नहीं हुए हैं। लखीमपुर घटना का अभी तक इंसाफ नहीं मिला है। किसानों का पूर्ण कर्ज माफी समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन करेंगे। जसविंदर ने आगे बताया कि दिल्ली आंदोलन से पहले जो आंदोलन शुरू हुआ था वह पंजाब की रेल पटरियों से ही शुरू हुआ था, और वैसा ही इस बार भी है। इसकी तैयारी हम पूरे जोर-शोर से कर रहे हैं।

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