लुधियानाः प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जालंधर जोनल यूनिट ने बुधवार को डॉ. अमित बांसल, उनके परिवार के सदस्यों और उनके द्वारा संचालित अब बंद हो चुके नशा मुक्ति केंद्रों के 21 करोड़ रुपये के कई बैंक खातों को जब्त कर लिया है।
ईडी अधिकारी के अनुसार पंजाब के 22 निजी नशा मुक्ति केंद्रों से जुड़ी नुस्खों वाली दवाइयों के कथित दुरुपयोग और गैर-कानूनी वित्तीय लेन-देन शामिल हैं। एजेंसी ड्रग इंस्पेक्टर रूप प्रीत कौर की भी जांच कर रही है, जिसने कथित तौर पर बांसल को उनके अस्पतालों से दवा की चोरी से संबंधित गलत निरीक्षण रिपोर्टें प्रदान करने में सहायता की थी।अधिकारी ने बताया कि जांच पंजाब के 22 निजी नशा मुक्ति केंद्रों से जुड़े कथित दवाओं के दुरुपयोग और अवैध वित्तीय लेनदेन से जुड़ी है।
इस सिलसिले में ईडी ने 18 जुलाई को चंडीगढ़, लुधियाना, बरनाला और मुंबई में चार जगहों पर समन्वित छापेमारी की थी। ईडी सूत्रों के अनुसार, एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि “केवल पंजीकृत नशेड़ियों के लिए बनाई गई दवाओं को किस प्रकार अवैध रूप से बेचा गया” और “इन बिक्री से प्राप्त धन को किस प्रकार से व्हाइट मनी किया गया”। ईडी ने यह मामला पंजाब विजीलेंस ब्यूरो से अपने हाथ में लिया था। जिसके बाद उन्होंने खुद मामले की गहनता से जांच शुरू की थी और लगभग 4 महीने पहले डॉ. बंसल को गिरफ्तार किया था।