जालंधर,ENS: अमृतसर दौरे के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान और आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का आज जालंधर दौरा है। यहां दोनों मुख्यमंत्री बजट से पूर्व उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगे और बजट के लिए उनके सुझाव और मांगों को सुनेंगे। लेकिन उससे पहले ही सरकार अमृतसर की तरह यहां पर भी विभिन्न विभागों के कर्मचारी नेताओं का उनके घरों में ही कैद करके नजरबंद कर दिया है। दरअसल, प्रशासन को शक था कि कर्मचारी नेता अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के दौरे में खलल डाल सकते हैं।
इससे पहले ही एहतियातन पुलिस प्रशासन ने सरकार के आदेश पर सभी कर्मचारी यूनियनों के नेताओं को घरों में बंद कर दिया है। सर्व शिक्षा अभियान नान टीचिंग स्टाफ यूनियन के प्रधान शोभित ने बताया कि वह दफ्तर के लिए निकलने वाले थे कि उससे पहले ही पुलिस उनके घर पर पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें दफ्तर नहीं जाने दिया और कहा कि आपको मुख्यमंत्री के दौरे को मद्देनजर रखते हुए हाउस अरेस्ट किया गया है। आपके विभाग को आपके बारे में सूचना दे दी गई है। आज आप ऑफिस नहीं जा पाएंगे। उन्होंने कहा हालांकि उनका आज कोई विरोध प्रदर्शन का भी कोई कार्यक्रम नहीं था। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने की बजाय अपने विरोध से डर रही है।
इस मामले को लेकर जब कर्मचारी नेता शोभित भगत से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि पहले उन्हें घर पर नजरबंद किया गया था। उन्होंने मौके पर घर में मौजूद पुलिस के अधिकारियों को कहा कि आप उन्हें ड्यूटी पर जाने से कैसे रोक सकते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वहव कुछ नहीं कर सकते ऊपर से ही आदेश हैं। शोभित ने कहा कि इस पर उन्होंने कहा कि वह अपने सीनियर अधिकारी से बात करवा दें। इस पर घर में मौजूद पुलिस के अधिकारियों ने डीसीपी जगमोहन से फोन पर बात करवाई। शोभित ने कहा कि उन्होंने डीसीपी से कहा कि उन्हें सरकारी ड्यूची पर जाने से किस कानून के तहत रोका जा रहा है। यदि उन्हें नजरबंद करना ही है तो वह दफ्तर में करें। घर में पुलिस भेज कर कैसे वह ऐसा कर सकते हैं। इस पर डीसीपी जगमोहन ने उन्हें ऑफिस पुलिस की मौजूदगी में भेजा और अब दफ्तर में भी नजरबंद करके रखा है।