जालंधर, ENS: केएल सहगल हॉल को लेकर लोकल बॉडी विभाग ने जांच के आदेश दिए है। स्थानीय निकाय विभाग ने नगर निगम के कमिश्नर अभिजीत कपलीश को चिट्ठी भेजकर बिल्डिंग प्लान समेत आडिट के लिए लिखा है। जिससे केएल सहगल मैमोरियल ट्रस्ट के मुश्किलें बढ़ने जा रही है। दरअसल, सरकार ने सोशल एक्टिविटी के केंद्र में कॉमर्शियल गतिविधियां चलाने का कड़ा संज्ञान लिया है। वैसे तो केएल सहगल हॉल को लीज पर लेकर चलाने वाली सोसाइटी को पूर्व कांग्रेस सरकार के समय भी नोटिस जारी किया गया था लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ था। अब सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड़ पर है।
स्थानीय निकाय विभाग ने जालंधर के आबादपुरा निवासी करणप्रीत सिंह पुत्र प्रेम सि्ंह की शिकायत पर केएल सहगल हॉल का ऑडिट कर जांच के आदेश दिए हैं। करणप्रीत ने अपनी शिकायत में लिखा था कि इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने केएल सहगल मेमोरियल हॉल को मेन रोड पर पड़ती उसकी अरबों की जमीन की वजह से लीज पर दिया। इसकी वजह से मेमोरियल से जुड़े लोग उन गरीब बच्चों का भविष्य बनाएंगे, जो पैसे के अभाव में खेल और रंगमंच से दूर हैं। करणप्रीत ने अपनी शिकायत में कहा है कि शहर के कुछ धनाढ्य लोगों ने गरीब बच्चों के नाम पर क्रिकेट एकेडमी खोल कर करोड़ों रुपए कमा लिए। शहर के अमीर लोग जिन्होंने इसे लीज पर समाज सेवा के नाम पर लिया था वह कॉमर्शियल गतिविधियां चलाकर करोड़ों से अरबपति बन गए हैं।
करनप्रीत सिंह ने आऱोप लगाया है कि जालंधर के कुछ संपन्न लोग भारतीय सिनेमा के बेमिसाल गायक केएल सहगल के नाम पर एक केएल सहगल मैमोरियल सोसाइटी बना कर सरकार की करोड़ों रुपए की जमीन डकार रहे हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने केएल सहगल मैमोरियल को मेन रोड पर अरबों की जमीन को इस मकसद से लीज पर दिया कि मैमोरियल से जुड़े लोग उन गरीब बच्चों का भविष्य बनाएंगे, जो पैसे के अभाव में खेल और रंगमंच से दूर हैं। उधर, केएल सहगल मैमोरियल ट्रस्ट के मैनेजर ने कहा है कि उन्होंने ट्रस्ट से जमीन लीज पर ली है, इमारत कानूनी प्रक्रिया के तहत बनाई गई है।