जालंधर, ENS: वेस्ट हलके में हुए चुनाव के दौरान सीएम भगवंत मान ने जालंधर में सप्ताह में 2 दिन महानगर में रहने का वादा किया था। इस दौरान दोआबे और माझे के लोगों की समस्याएं सुनने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि इस वादे को पूरा करते हुए वह जालंधर दौरे पर आए हुए है। बीते दिन उन्होंने वालंटियर से मुलाकात की। जिसके बाद उन्होंने अपने आवास पर लोगों की समस्याएं सुनी। सीएम मान ने कहा कि उन्होंने दोआबा और माझे के डिप्टी कमिश्नर सहित कई सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की। उन्होंने कहा कि 3 महीने से चुनाव आयोग द्वारा कोड ऑफ कंडक्ट लगा हुआ था, जिसके चलते लोगों के काफी काम पेडिंग पड़े हुए थे, जोकि बीते दिन पूरे किए गए।
उन्होंने कहा कि बाकी 5 दिनों में जब वह जालंधर में नहीं होंगे तो उस दौरान लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए अधिकारी मौजूद रहेंगे। सीएम मान ने कहा कि देश को आजाद करने में सबसे अहम योगदान पंजाब का रहा है। पंजाब के लोगों ने कुर्बानियां दी है और किसानों ने देश को इतना अनाज भंडार दे दिया कि अब कुछ फसलों में से दालों को विदेश भेजना शुरू कर दिया है। सीएम मान ने कहा कि वह अब कई सालों से सेफ है। उन्होंने कहा कि ऐसे में उस पंजाब को कोई स्पेशल दर्ज मिलना चाहिए था, लेकिन जो पंजाब का हक वह भी उन्हें नहीं मिल रहा। सीएम मान ने कहा कि 27 को पीएम मोदी से सभी राज्यों को मुख्यमंत्रियों को बुलाया है।
सीएम मान ने कहा कि लेकिन वह इस न्यौते का बॉयकाट कर रहे है। केंद्र पर हमला करते हुए सीएम मान ने कहा केंद्र हमारा भारी मात्रा में पैसा रोककर बैठा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाए है कि जब कटौती करनी होती है तो पंजाब के पैसे की कटौती कर ली जाती है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुलकर नीति आयोग की बैठक का बायकॉट करने का ऐलान कर दिया है। उनका कहना है कि वे इस मामले में INDI एलायंस के साथ हैं। सभी मुख्यमंत्रियों ने बैठक में ना जाने का फैसला किया है और वे भी इसे पूरा करेंगे। सीएम मान ने कहा कि वे नीति अयोग की बैठक में जाकर क्या करेंगे। पहले भी वे गए थे, एक रुपया नहीं देते। इसलिए इंडिया एलायंस ने जो फैसला किया है, हम बायकॉट करेंगे। बजट में भी कितना बड़ा हंगामा हुआ, कि ये कुर्सी बचाओ बजट है। सीएम मान ने आरोप लगाए हैकि बजट में पंजाब नाम का शब्द भी नहीं बोला गया।
वहीं सीएम मान ने कहा कि पठानकोट में हुए हमले के दौरान केंद्र ने साढ़े 7 करोड़ रुपए पैरामिलट्री फोर्स को भेजना का खर्चा पंजाब पर डाल दिया गया। जिसको लेकर सीएम मान ने कहा कि वह इस मामले को लेकर राजनाथ से मिले और एमपी के खातों से पैसों की कटौती करने की उन्होंने अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब के बॉर्डर पर तैनात पुलिस कर्मियों की सैलेरी की कटौती भी पंजाब से हो रही है। सीएम मान ने कहा कि 10 हजार करोड़ रुपए पंजाब का रोका जा चुका है।