जालंधर, ENS: महानगर में ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं जीवन प्रभा निधि लिमिटेड के नाम से कंपनी खोलकर लोगों को पैसे जमा करवाने के बाद दोगुना ब्याज देने का लालच देने के नाम पर लाखों रुपये ठगने का मामला सामने आया है। इस मामले में थाना डिवीजन नंबर 5 की पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा हैकि इस धोखाधड़ी के सभी आरोपी फिलहाल फरार चल रहे हैं।
पुलिस कंपनी की एमडी प्रभा, उसके पति दीपक, दूसरे एमडी राम सरन, तीसरे एमडी विजय कुमार और मनोज सैनी तलाश में जुटी हुई है। थाना डिवीजन नंबर 5 की पुलिस को दिए गए शिकायत में भार्गव कैंप निवासी ज्योति ने बताया कि बस्ती शेख निवासी दीपक और उसकी पत्नी प्रभा उसके जानकार थे। उन्होंने जीवन प्रभा निधि लिमिटेड कंपनी बना रखी थी जिसका दफ्तर बस्ती शेख में खोला था। कंपनी में पैसे जमा करवाने के बाद किसी भी बैंक से ज्यादा ब्याज देने की बात कही जाती थी। उसने कंपनी में पैसे लगा दिए। कुछ देर तो ब्याज आया लेकिन बाद में ब्याज आना बंद हो गया।
उसने कंपनी के पदाधिकारियों से बात की और उन्होंने कहा कि तकनीकी कारणों से बैंक में ब्याज नहीं आ रहा है। कुछ दिन बाद दफ्तर में ताला लगा मिला और पता चला कि सारे फरार हो गए हैं। इसके बाद उसने पुलिस को शिकायत दी। ज्योति ने बताया कि उसने अपने रिश्तेदारों समेत कंपनी में कुल 7 लाख रुपये से ज्यादा पैसे जमा करवाए थे। ज्योति पत्नी राजिंदर कुमार ने बताया कि उसके पति का ट्रांसपोर्ट का काम है। उसने पति के साथ मिलकर कंपनी में पैसे जमा करवाए थे। कंपनी साल 2020 में बंद हो गई थी और उसने तभी शिकायत दे दी थी। चार साल बाद अब जाकर केस दर्ज किया गया है।
जिन लोगों ने पैसे जमा करवाए हैं उनकी उन्होंने अपने स्तर पर खोजबीन शुरू की तो पता चला कि सारे आरोपी महाराष्ट्र में बैठे हैं। वहां भी उन्होंने ऐसी ही कंपनी खोलकर लोगों को ठगना शुरू किया हुआ है।ज्योति ने बताया कि कंपनी में काम करने वाली नेहा, जो वहां पर चेक सहित अन्य दस्तावेज साइन करवाती थी, ने उसके साथ पहले दोस्ती की फिर ज्यादा ब्याज देने की बात कहकर खाते खुलवाए। उसे तो बाद में पता चला कि नेहा ने उसे धोखे से फंसाया है। वहीं बाद में यह बात पता चली कि नेहा सभी को दोस्ती के धोखे में फंसाकर कंपनी में पैसे जमा करवाती थी।