जालंधर, ENS: सुल्तानपुर के गुरुद्वारा में हुई गोलीबारी के मामले में अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने सरकार पर जमकर निशाने साधे है। इस दौरान मजीठिया ने पुलिस पर भी सवालियां निशान खड़े करते हुए कहा कि ऐसी कौन सी इमरजैंसी आ गई थी कि पुलिस को सुबह जाकर वहां पर गोलीबारी के आदेश दिए गए। उन्होंने कहा कि गुरुपर्व को लेकर गुरुद्वारा में भारी संगत में लोग पहुंचते है। ऐसे में सरकार और पुलिस की क्या मजबूरी थी जो कि इतना बड़ा कदम उठाना पड़ गया। इस दौरान मजीठिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम भगवंत मान के आदेशों के बिना गोली नहीं चल सकती। इस दौरान उन्होंने सीएम मान की गुरुद्वारा के मुखी बाबा के साथ फोटो शेयर करते हुए किया है। उन्होंने कहाकि पुलिस को गोली चलाने के हुकम उसके आए जिसकी शादी समारोह में बाबा जी गए थे। इस दौरान मजीठिया ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब में दोनों गुटों में पहले का विवाद चला आ रहा था।
मजीठिया ने कहा कि सुबह गुरुद्वारा में सुबह पाठ चल रहा था। इस दौरान सुबह-सुबह इस तरह की घटना होना निंदनीय है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारी बैठकर दोनों पक्षों के मुद्दे को हल कर सकते थे। इस मामलें में पुलिस की वहां पर जरूरत नहीं थी। लेकिन फिर भी सुबह-सुबह अमृत समय में भारी संगत के वहां पहुंचने के दौरान पुलिस का पहुंचना सवालियां निशान खड़े कर रहा है। इस दौरान गुरुद्वारा साहिब में जूते पहनकर जाने पर भी मजीठिया ने सवाल खड़े किए है। वहीं उन्होंने मीडिया को कुछ फोटोज दिखाते हुए सरकार को जमकर घेरा है। इस दौरान उन्होंने मनप्रीत कौर पर भी फोटो के जरिए निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि मनप्रीत कौर सीएम मान के करीबी रही है। मजीठिया ने सीएम मान का घेराव करते हुए कुछ वीडियो भी प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया के सामने रखे है। मजीठिया ने कहा कि गुरुपर्व के त्यौहार पर संगत द्वारा धूमधाम से तैयारियां चल रही थी, लेकिन पुलिस द्वारा गोलियां चलाने से संगत में दहशत का माहौल देखा गया। इस दौरान मजीठिया ने गोलियां चलाते हुए पुलिस कर्मी की वीडियो शेयर की है। जिसमें कहा गया कि वह जूते पहनकर गुरुद्वारा साहिब में खड़ा है और फायरिंग कर रहा है। मजीठिया ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने गोलियां चलाने के बाद वहां से खोल बरामद किए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहाकि वहां पर कोई सबूत रह ना जाए, इसके लिए पुलिस ने पहले से ही वहां से सब कुछ एकत्रित कर लिया।
मजीठिया ने कहा कि घटना स्थल पर 100 से ज्यादा फायर किए गए। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वह वहां पर करने क्या गई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि वहां पर दो दिन से दोनों पक्ष में मामला चल रहा था। लेकिन पुलिस को वहां पर गोली चलाने के ऑर्डर किसने दिए थे। इस दौरान मजीठिया ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि गोली चलाने से पहले क्या पुलिस के पास किसी से ऑर्डर लिए गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्या संगत को इससे पहले अलर्ट जारी किया गया था। इस सवालों के जवाब अभी तक मिलने बाकी है।
वहीं जसपाल की मौत को लेकर उन्होंने कहाकि कैसे साबित हो गया कि गोली निंहग सिंह की गोली से चली है या पुलिस की गोली से हुई है। इसका फैसला इतनी जल्दी कैसे हो गया। इस दौरान मजीठिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि पुलिस की गोली लगने से जसपाल की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस को भी पता था कि गुरुद्वारा में दोनों पक्ष बैठे हुए थे। इस दौरान तीसरे दिन गोली चलने के ऑर्डर कैसे दे दिए गए।