जालंधर, ENS: पनबस पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्क्स यूनियन ने 1 दिसंबर और 2 दिसंबर को पंजाब में चक्का जाम करने के फैसले को टाल दिया है। बताया जा रहा है कि सरकार उनकी आगे झुक गई है। दरअसल, बस यूनियन के कर्मियों ने पंजाब भर में चक्का जाम करने का ऐलान किया था। वहीं यूनियन के चंडीगढ़ डिपो के प्रधान हरविंदर सिंह ने कहा कि सरकार ने 6 दिसंबर को परिवहन मंत्री, कैबिनेट सब कमेटी और पीआरटीसी के चेयरमैन के साथ बैठक का समय दिया है। यदि 6 दिसंबर की बैठक में यूनियन का कोई मसला हल नहीं हुआ तो उसके बाद अगले संघर्ष की रूपरेखा तैयार कर घोषणा की जायेगी।
बता देंकि किसानों ने बीते दिन कहा था कि मुख्यमंत्री द्वारा 28 नवंबर को उनकी मांगे मानी जाने को लेकर घोषणा करनी थी, पर कुछ नहीं हुआ। अब माझा ओर दोआबा की सभी किसान जत्थेबंदियों ने यह फैसला लिया है कि 2 दिसंबर को जिला गुरदासपुर, जालंधर और मुकेरियां के सभी मार्ग जाम कर देंगे। दरअसल, 2 दिसंबर को भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल गुरदासपुर के बस स्टैंड का उद्घाटन करने आ रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर सड़क और रेलवे ट्रैक सब जाम करेंगे। जब तक सरकार गन्ने का रेट 450 रूपए घोषित नहीं करती, गन्ने की मिलें नही चलती और गन्ने के मुआवजे का मामला हल नही करती, पक्का धरना लगा रहेगा। लेकिन अब 6 दिसंबर को परिवहन मंत्री, कैबिनेट सब कमेटी और पीआरटीसी के चेयरमैन के साथ बैठक के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। तब तक के लिए कच्चे मुलाजिमों ने इस चक्का जाम करने के फैसले को स्थगित कर दिया है।

