- Advertisement -
HomePunjabAmritsarजालंधरः रिश्वत लेते ASI गिरफ्तार, केस से पैसे निकालने के एवज में...

जालंधरः रिश्वत लेते ASI गिरफ्तार, केस से पैसे निकालने के एवज में मांगे थे 2 लाख रुपए 

जालंधर,ENS: भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई मुहिम के तहत विजिलेंस ने जालंधर के थाना पतारा में तैनात ASI को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने एएसआई को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिसकर्मी की पहचान राम प्रकाश के रूप में हुई है। राम प्रकाश के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत थाना विजिलेंस, जालंधर में केस दर्ज किया गया है।

आरोपी ASI राम प्रकाश को जसवीर सिंह जज निवासी गुरू नानक नगर गांव काकी की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता जसवीर सिंह गांव कंगणीवाल में डेयरी फार्म चलाता है।

विजिलेंस के प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने 13 मई 2022 को थाना पतारा में गुरप्रीत सिंह व अन्य के खिलाफ एक केस दर्ज करवाया था।

इस मामले में समझौते के लिए दूसरे पक्ष की और से उन पर दबाव बनाया जाता रहा। इस बीच गुरप्रीत सिंह और उसका भाई अमनप्रीत सिंह 27 सितंबर 2022 को उनके डेयरी फार्म पर आए और उनसे मारपीट की। इसके बाद बाद गुरप्रीत सिंह ने शिकायतकर्ता जसवीर सिंह व उनके लड़के जसतेज सिंह के खिलाफ थाना पतारा में 5 अक्टूबर 2022 को एक फर्जी केस दर्ज करवा दिया।

शिकायतकर्ता के पिता करनैल सिंह ने पोते जसतेज सिंह के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करने पर SSP जालंधर (ग्रामीण) और मानवाधिकार आयोग, चंडीगढ़ से शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनका पोता 27 सितंबर 2022 को कॉलेज गया हुआ था।

मामले की जांच 5 अक्टूबर 2022 को ASI राम प्रकाश को सौंपी गई। लेकिन उसने केस से जसतेज का नाम निकालने के एवज में 2 लाख रुपए मांगे। प्रार्थना करने पर वह 30 हजार रुपए लेने पर मान गया। फिर शिकायत की पड़ताल के बाद विजिलेंस जालंधर टीम ने ट्रैप लगा कर आरोपी ASI राम प्रकाश को शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते मौके पर काबू कर लिया।

Disclaimer

All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read and verify carefully. Encounter India will not be responsible for any issues.

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest News

- Advertisement -
- Advertisement -

You cannot copy content of this page