जालंधर, ENS: NRI सभा की प्रधानगी को लेकर आज हो रहे चुनाव के दौरान भारी हंगामा देखने को मिला। इस दौरान पूर्व प्रधान ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। जिसके बाद उन्होंने वोटिंग का बायकाट कर दिया। दरअसल, साल 2013 में एनआरआई सभा के प्रधान बने जसबीर सिंह गिल एनआरआई सभा ऑफिस के बाहर की धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि बड़ा सवाल यह है कि 2 माह पहले आई महिला को इतनी वोटें कहा से आ गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकारों के ही काम है।
वहीं बायकाट को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे वोटर्स अभी भी बाहर खड़े है। उन्होंने कहा कि उन्हें वोटिंग नहीं करने दी जा रही। उन्होंने कहा कि अगर वह मैंबर बन सकते है और पैसे जमा करवा सकते है तो वोटिंग क्यों नहीं कर सकते। पूर्व प्रधान का कहना है कि जस्टिस के कमिश्नर साहिब की यह ड्यूटी है। वह हमें कहते कि पिछले 10 साल की वोटिंग कैंसिल कर रहे है, आप अपनी और मेहनत करें। उन्होंने कहा कि जस्टिस कमिशनर ने उन्हें ऐसा कुछ नहीं कहा। उन्होंने आरोप लगाए है कि उनका नंबर कमिश्नर साहिब ने ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया। वहीं पूर्व प्रधान ने कहा कि उन पर कार्ड वैलिट ना होने के आरोप बेबुनियाद है।
उन्होंने कहा कि वह दिखा सकते है कि दूसरे पक्ष की ओर से हो रही वोटिंग के कुछ कार्ड के जरिये वोटिंग हो रही है, लेकिन उनके पक्ष के कार्ड को एक्सपायर कहकर वोटिंग नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमिशनर से बात की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बता दें कि 23 हजार वोटिंग में से अभी तक सिर्फ 200 के करीब ही वोटिंग हुई है। दविंदर सिंह ने कहा कि आज वोटिंग के दौरान पूर्व प्रधान की कार्रगुजारी पर सवाल खड़े किए है। उनका कहना है कि उनके पास कई लोगों की सुनवाई ना होने की लिस्टे पड़ी है। ऐसे में अब नए चुने जाने वाले प्रधान को लेकर उन्होंने कहा कि हमें चाहिए कि पुरानी समस्याओं को पहले हल किया जाए। जिसके कारण जो काफी समय से परेशान हो रहे लोगों की समस्या का हल हो सके।
बता दें कि एनआरआई सभा के चुनाव के लिए कमिश्नरेट पुलिस द्वारा एनआरआई सभा के ऑफिस के आसपास और अंदर भारी सुरक्षा तैनात की गई है। सुरक्षा के लिए मेटल डिटेक्टर सहित अन्य सुरक्षा प्रबंध भी किए जा चुके हैं। पुलिस सुरक्षा के साथ साथ मौके पर प्रशासनिक अधिकारी और तहसीलदारों की भी तैनात किया गया है। सभी एनआरआईज को उनके कार्ड देखकर ही अंदर एंट्री दी जा रही है।