जालंधर/वरुणः लोकसभा उपचुनाव 2023 के वोटों की गिनती आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई और नतीजा यह आया कि कांग्रेस का 24 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है और ऐसा करने वाली और कोई पार्टी नहीं बल्कि पंजाब की सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी है। जी हां, ‘आप’ के सुशील कुमार रिंकू ने जालंधर लोकसभा उपचुनाव 2023 में भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की है। मामले की जानकारी देते हुए अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आप पार्टी 34 प्रतिशत वोट मिले। लोकसभा उपचुनाव 2023 में मुख्य मुकाबला सत्ता पक्ष के उम्मीदवार सुशील कुमार, कांग्रेस उम्मीदवार करमजीत कौर चौधरी, अकाली दल-बसपा उम्मीदवार सुखविंदर कुमार सुखी और भाजपा उम्मीदवार इंदर इकबाल सिंह अटवाल के बीच बताया जा रहा था।
लेकिन रिंकू ने शुरुआत से ही लीड बनाए राखी और उस लीड को जीत में बदलते हुए इतिहास रच दिया। लोकसभा सीट का इतिहास रहा था की यहां कांग्रेस का दबदबा माना जाता था क्योंकि पिछली बार 24 साल पहले एक गैर कांग्रेसी ने लोकसभा का चुनाव जीता था, वह इंद्र कुमार गुजराल थे। इसके बाद कांग्रेस ने जालंधर में लगातार 5 लोकसभा चुनाव जीते। 1998 में जालंधर लोकसभा सीट से गैर कांग्रेसी जनता दल के इंदर कुमार जीते थे जिसके बाद किसी गैर कांग्रेसी दल ने यहां कब्जा नहीं किया। 1999 में कांग्रेस के बलबीर सिंह, 2004 में कांग्रेस के राणा गुरजीत सिंह, 2009 में कांग्रेस के मोहिंदर एसकेपी, 2014 और 2019 में कांग्रेस के संतोख सिंह चौधरी ने जालंधर लोक सीट पर जीत दर्ज की थी।
पिछले 10 साल से कांग्रेस पार्टी के संतोख सिंह चौधरी यहां से सांसद थे और इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने इस चौधरी परिवार पर ही अपना भरोसा जताया था। पार्टी द्वारा स्वर्गीय चौधरी संतोख सिंह की पत्नी करमजीत कौर चौधरी को मैदान में उतारा गया था, जो कि इस चुनाव में दुसरे स्थान पर रहीं। कुल मिला के आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर इतिहास रचा है। इससे पहले 2022 विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी और पार्टी के उम्मीदवार शुशील कुमार रिंकू ने भी पार्टी की जीत की लड़ी को बरकरार रखा है।
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