चंडीगढ़ः हरियाणा के एडीजीपीरैंक के 2001 बैच के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार द्वारा चंडीगढ़ में गोली मारकर आत्महत्या करने के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, घटनास्थल से 9 पेज का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इस नोट में हरियाणा के एक वर्तमान IPS अधिकारी और दो पूर्व IPS अधिकारियों के नाम दर्ज हैं। सुसाइड नोट में उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। एक डीजीपी पर बेवजह नोटिस भेजकर परेशान करने, सात-आठ आईपीएस और दो आईएएस अधिकारियों पर उनके खिलाफ प्रशासनिक दखल और भेदभाव के आरोप लगाए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार सबसे ज्यादा आरोप पूर्व डीजीपी पर हैं। सुसाइट नोट में उन्होंने जातिवाद, पोस्टिंग में भेदभाव, एसीआर में गड़बड़ी, सरकारी आवास नहीं मिलने और प्रशासनिक शिकायतों के साथ लिटिगेशन के चलते परेशान होने की बात कही है। वाई पूरन कुमार दलित अधिकारी थे और अपने उत्पीड़न के विरुद्ध अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग तक पहुंचे थे। पता चला है कि आत्महत्या करने से पहले उन्होंने जो सुसाइड नोट लिखा, उसे अपने करीबी कुछ अधिकारियों और पत्नी को अलग से भेजा था।
वाई पूरन कुमार अपने पूरे सर्विस काल में अधिकतर समय कम महत्व के पदों पर कार्यरत रहे। लंबे समय के बाद उन्हें रोहतक के आइजी पद पर नियुक्ति मिली थी, लेकिन वह भी ज्यादा समय नहीं चल सकी। बताया जाता है कि उनके विरुद्ध रोहतक के एक शराब कारोबारी ने शिकायत की, जिसके आधार पर रोहतक के ही एक पुलिस कर्मचारी को पकड़ा गया, जिसने वाई पूरन कुमार की कार्यप्रणाली और प्रापर्टी को लेकर ऐसे खुलासे किए, जिससे वे तनाव में चल रहे थे।
दूसरी ओर घटना के 2 दिन पूर्व रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में रोहतक रेंज के तत्कालीन IG वाई पूरन कुमार के गनमैन के खिलाफ भ्रष्टाचार से संबंधित एक FIR दर्ज की गई थी। पूरन कुमार को आशंका थी कि इस मामले में उन्हें भी फंसाया जा सकता है। चंडीगढ़ पुलिस अब इस पहलू पर भी जांच तेज कर रही है। मूल रूप से आंध्र प्रदेश के निवासी वाई पूरन कुमार हरियाणा पुलिस सेवा में लंबे समय से सेवा दे रहे थे।
चंडीगढ़ पुलिस ने घर में मृतक आइपीएस अधिकारी का लैपटॉप तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला। एक लेपटाप बरामद हुआ, जिसे बेटी ने अपना बताया। अमनीत पी कुमार के जापान दौरा बीच में छोड़कर चंडीगढ़ लौटते ही मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी सहित सीनियरआइएएस जी अनुपमा और केएमपांडुरंग सहित अन्य अधिकारी उनके निवास पर पहुंचे।
झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल भी मिलने गई। मुख्य सचिव के साथ मुलाकात के बाद अमनीत पी कुमार सेक्टर-11 स्थित उस आवास में पहुंची, जहां वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या की थी। इसके बाद वह सेक्टर-16 स्थित सरकारी अस्पताल पहुंची, जहां शव रखा गया है। बताया जाता है कि मुख्य सचिव के समक्ष अमनीत पी कुमार ने दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।