नई दिल्ली: अमेरिकी फेडरल कोर्ट की तरफ से ट्रंप के लिबरेशन टैरिफ को असंवैधानिक बताकर उस पर रोक लगाने के फैसले के बाद एशियाई बाजार से लेकर भारतीय शेयर मार्केट तक में रौनक दिख रही है। पिछले लगातार दो दिनों की गिरावट के बाद हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन वीरवार को सेंसेक्स में 450 अंकों की उछाल के साथ बाजार की शुरुआत हुई। जबकि निफ्टी 24,850 के पार जाकर खुला है। आईटी स्टॉक्स में आज तेजी देखी जा रही है। अमेरकी फेडरल कोर्ट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ से अपने राइट्स का अतिक्रमण किया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद जापान के निक्केआ में 1.16 प्रतिशत की उछाल देखने को मिला।
कोस्पी 1.07 प्रतिशत, एएसएस 200 भी 0.27 प्रतिशत ऊपर गया। जबकि ब्रोडर टॉपिक्स 1.11 प्रतिशत उछला। S&P फ्यूचर्स में 1.44 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला जबकि नैस्डेक 100 फ्यूचर्स में 1.76 प्रतिशत और डाउ जोन्स फ्यूचर्स में 1.15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इससे पहले बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। BSE सेंसेक्स 239 अंक के नुकसान में रहा। ITC और वाहन शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली ITC में ब्रिटेन की बहुराष्ट्रीय कंपनी BAT पीएलसी द्वारा हिस्सेदारी घटाये जाने के बाद कंपनी का शेयर टूटा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 239.31 अंक यानी 0.29 प्रतिशत टूटकर 81,312.32 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान एक समय यह 307.61 अंक तक नीचे आ गया था। इसी तरह, 50 शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 73.75 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,752.45 अंक पर बंद हुआ। जियोजीत इन्वेस्टमेंट लि. के रिसर्च चीफ विनोद नायर का कहना है कि घरेलू सूचकांक सीमित दायरे के साथ नुकसान में रहे। इसका मुख्य कारण एफआईआई से समर्थन की कमी और शेयरों का मूल्यांकन अधिक होना है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी शुल्क को 90 दिन के लिए टाले जाने की समयसीमा करीब आने के साथ भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को लेकर चिंता बनी हुई है।