ऊना/ सुशील पंडित: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊना के सहयोग से गुरुवार को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, मार्केटिंग डिवीजन के ऊना टर्मिनल में छमाही मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। इस अभ्यास में दो अलग-अलग आकस्मिकताओं पर प्रतिक्रिया दी गई। पहली स्थिति में HSD टैंक T02A में सतही अग्निकांड हुआ, जिसकी सूचना पेट्रोलिंग गार्ड ने दौरे के दौरान कंट्रोल रूम को दी।
त्वरित प्रतिक्रिया में, कंट्रोल रूम ने अग्निशमन की स्टेट ऑफ द आर्ट ईक्विपमेंट व सिस्टम प्रयोग में लाते हुए टैंक में फोम इंजेक्शन और कूलिंग हेतु स्प्रिंकलर सिस्टम सक्रिय किया। पहली स्थिति के नियंत्रण के तुरंत बाद, दूसरी आकस्मिकता उत्पाद पंप हाउस के पंप 01A के मैनिफोल्ड से रिसाव के रूप में सामने आई, जो थोड़ी ही देर में आग में बदल गई। फायर टीम ने निर्धारित अग्नि संगठन चार्ट के अनुसार कार्य करते हुए MEFG और WCFM उपकरणों के माध्यम से स्थिति को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया।
दोनों स्थितियों में रिसाव को बंद कर आग पर पूरी तरह काबू पाया गया। 18 मिनट 50 सेकंड चली इस ड्रिल में टर्मिनल स्टाफ ने उत्साह, कुशलता और तत्परता के साथ भाग लिया। आग पर नियंत्रण पाने हेतु DCP, पानी और फोम का प्रयोग किया गया। इस अवसर पर टर्मिनल के मुख्य प्रबंधक राजेश सिन्हा, सुरक्षा अधिकारी वैभव तिवारी सहित अन्य अधिकारी कोटेश्वर राव, दिनेश सिंह राणा, अजेय गुप्ता, रविंद्र पंवार, शुभम पालीवाल, विशाल शुक्ला तथा एनआरपीएल ऊना एवं आईओसीएल बॉटलिंग प्लांट के अधिकारी नितिन पांडे और सुजीत भी उपस्थित रहे। फायर सर्विस से सुरेश सिंह अपनी टीम व फायर टेंडर के साथ मौजूद थे।