नई दिल्ली: दिल्ली में मानसून की पहली बारिश का असर देश के टॉप अस्पतालों में गिने जाने वाले AIIMS पर भी पड़ा है। देशभर से आने वाले मरीजों का इलाज करने वाला एम्स खुद ही बीमार पड़ गया है। भारी बारिश के बाद दिल्ली AIIMS परिसर की लिफ्ट लॉबी में भी पानी भर गया। दरअसल, कुछ घंटों की बारिश में पानी-पानी हुई दिल्ली में आम लोगों के साथ-साथ मरीज भी परेशान हुए। लगभग सभी प्रमुख अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या 50 पर्सेंट तक कम रही। अस्पतालों के अंदर भी पानी जमा हो गया था, बावजूद अधिकतर स्वास्थ्य सेवाएं काम करती रहीं। जो मरीज अस्पताल पहुंचे, उनका इलाज जरूर हुआ। सफदरजंग अस्पताल में औसतन रोज 10 से 12 हजार मरीज ओपीडी में आते हैं। शुक्रवार को इसकी संख्या 6 हजार के करीब रही।
अस्पताल प्रशासन का कहना था कि बारिश की वजह कम मरीज अस्पताल पहुंचे। इसी तरह एम्स में भी ओपीडी में मरीजों की संख्या कम रही। एम्स के अंदर की सड़कों पर पानी जमा हो गया था। सीएन सेंटर के पास पानी जमा हो गया था। आरएमएल अस्पताल में भी आम दिनों की तुलना में कम मरीज आए। यहां भी अस्पताल परिसर की सड़कों पर पानी जमा था और लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही थी। एलएनजेपी अस्पताल में औसतन रोज 7 हजार मरीज आते हैं, जबकि शुक्रवार को केवल 3900 मरीज ही आए। हालांकि, इमरजेंसी में शाम तक 321 मरीज पहुंच चुके थे। अस्पताल प्रशासन का कहना था कि इमरजेंसी पर कोई असर नहीं हुआ, लेकिन ओपीडी पर बारिश का असर काफी देखा गया।
अस्पताल प्रशासन ने कैंपस में पानी जमा होने के मामले से इनकार करते हुए कहा कि कहीं पर भी ऐसी शिकायत नहीं दिखी। वेस्ट दिल्ली के डीडीयू अस्पताल में भी ओपीडी में मरीजों की संख्या कम रही। बारिश की वजह से एम्स ट्रॉमा सेंटर के बेसमेंट में भी पानी भर गया। इसकी वजह से ट्रॉमा सेंटर के बेसमेंट में बने मॉर्चरी रूम में भी पानी भर गया और यहां के स्टोर रूम में भी पानी जमा हो गया। पानी भर जाने की वजह से पावर सप्लाई बंद करनी पड़ी, ताकि करंट लगने के खतरे को दूर किया जा सके। सूत्रों का कहना है कि यहां पर कई डिपार्टमेंट के स्टोर हैं और पानी की वजह से सामान खराब होने का भी डर है। लगभग एक फीट तक पानी भर गया है और पानी निकालने के लिए पंप लगवाया जा रहा है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि मेन एम्स में भी कई विभाग जो बेसमेंट में हैं, उसमें पानी भर गया है।