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बढ़ते प्रदूषण ने फिर बढ़ाई चिंता, AQI 309 पर

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नई दिल्ली : मानूसन की विदाई व ठंड की दस्तक के बीच शहर के प्रदूषण का ग्राफ बढ़ने लगा है। यह इसलिए कि अब सड़कों पर धूल उड़ने लगी है। कई शहरों में मौसम का मिजाज बदलने के बाद हवा जहरीली हो गई है। इस वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर से सांस के मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। सुबह की सैर पर निकलने वाले लोग भी हवा में प्रदूषण होने से परेशान है। दिल्‍ली-एनसीआर में प्रदूषण खतरनाक लेवल पर है। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण ने सरकार की एक बार फिर से टेंशन बढ़ा दी है।

दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम ‘बहुत खराब’ से ‘खराब’ वायु गुणवत्ता की चपेट में हैं। वायु गुणवत्ता सूंचकांक (एक्यूआई) 221 से 341 के बीच है, जोकि एनसीआर के निवासियों के लिए खतरे की घंटी है। बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 15-सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना के बावजूद, बिगड़ती वायु गुणवत्ता के खिलाफ लड़ाई जारी है। दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि चूंकि प्रदूषण का एक बड़ा कारण वाहन है। इसलिए उन्होंने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान शुरू किया है।

उन्होंने कहा कि डेटा के मुताबिक AQI में पार्टिकुलेट मैटर (PM) 10 का स्तर कम हो रहा है और PM2.5 का स्तर बढ़ रहा है। इसका मतलब है कि वाहनों और बायोमास जलने से होने वाला प्रदूषण बढ़ रहा है। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता और मौसम बुलेटिन के अनुसार, 29 से 31 अक्टूबर, 2023 तक वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर अपने बुलेटिन में पूर्वानुमान लगाया कि दिल्ली में अलग-अलग दिशाओं से 04-08 किमी प्रति घंटे की गति से सतही हवा चलने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप 29 अक्टूबर को सुबह मुख्य रूप से आसमान साफ रहेगा और धुंध रहेगी।

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