नई दिल्ली: पर्यटन के क्षेत्र में भारत को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। ब्रिटेन के प्रमुख अखबार द टेलीग्राफ द्वारा जारी की गई साल 2025 की टॉप ट्रैवल डेस्टिनेशन रिपोर्ट में भारत ने तीसरा स्थान हासिल किया है। इस सूची में भारत ने अमेरिका और चीन जैसे देशों को भी पीछे छोड़ दिया है। पहले स्थान पर न्यूजीलैंड और दूसरे पर जापान को जगह दी गई है।
इस वजह से लिस्ट में तीसरे नंबर पर आया भारत
भारत की बढ़ती हुई लोकप्रियता का कारण कुछ नहीं बल्कि यहां की समृद्ध संस्कृति, विविधता और अतिथि सत्कार की परंपरा मानी जा रही है। दुनियाभर के पर्यटकों को भारतीयों का खाना-पीन ऐतिहासिक धरोहर और पारंपरिक मेहमानवाजी है। इसका कारण है कि आज भारत वैश्विक स्तर पर ट्रैवल पसंदीदा गंतव्यों में मजबूती से उभर रहा है। लंदन में स्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट सार्थक आहूजा ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट में कहा कि भारत के दो मशहूर होटल ब्रांड ओबेरॉय और ताज ने भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ होटलों में अपनी जगह बनाई है। ओबेरॉय का पहला और ताज को तीसरा स्थान मिला है। इससे यह साफ होता है कि भारत का हॉस्पिटैलिटी सेक्टर वैश्विक मानकों पर ठीक उतर रहा है।
होटल सेक्टर का विस्तार हो रहा तेजी से
आहूजा के अनुसार, जो ताज ब्रांड के होटल्स संचालित करती है। उन्होंने जनवरी 2024 से लेकर अब तक 50 नए होटल खोले हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि साल 2030 तक होटल्स की संख्या को 700 तक पहुंचाया दिया जाए। ऐसे ही फ्रांस की होटल चेन Accor Group भी भारत में अपने होटलों की संख्या को तीन गुना तक बढ़ाने की योजना बना रही है।
घरेलू पर्यटन को मिली रफ्तार
भारत की प्रति व्यक्ति आय इस समय 3000 डॉलर के आंकड़े को पार कर गई है। इसका साफ तौर पर लोगों की यात्रा की आदतों में दिख रहा है। पहले जहां साल में एक या दो बार यात्रा होती थी अब लोग साल में कई बार लोग घूमने के लिए जा रहे हैं सिर्फ देश ही नहीं विदेश में भी है। इससे घरेलू पर्यटन को रफ्तार मिल गई है। वर्तमान में भारत में ब्रांडेड होटल कमरों की संख्या करीबन 2 लाख है। वहीं संयुक्त अरब अमीरात जैसे छोटे देश के बराबर ही हैं वहीं यूएई की आबादी भारत से बहुत कम है। इसका अर्थ है कि मांग के मुताबिक, होटल की आपूर्ति को बढ़ाना अब एक प्राथमिकता बन चुका है।
डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए लोगों ने चुना सिलीगुड़ी
इन दिनों लोगों में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन काफी बढ़ रहा है। इस ट्रैंड में सिलीगुड़ी एक नया उभरता हुआ नाम बन गया है। यह हिल स्टेशन अब बिहार और बंगाल के लोगों के लिए शादियों का पसंदीदा स्थान बन चुका है। सिलीगुड़ी में पहसे से मौजूद मेफेयर होटल के साथ-साथ अब ताज हयात और आईटीसी जैसे बड़े ब्रांड्स भी अपने होटल्स खोलना चाह रहे हैं। लोग आजकल शादियों में 1 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं और 100 कमरे वाले होटल भी छोटे पड़ रहे हैं। इससे यह साफ पता चलता है कि भारत का हॉस्पिटैलिटी और वेडिंग टूरिज्म सेगमेंट न सिर्फ फल-फूल रहा है बल्कि इससे रोजगार और निवेश के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।