बैंकॉक भेजकर म्यांमार बॉर्डर पर बंधक बनाने का आरोप, जांच जारी
ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर मानव तस्करी का मामला सामने आया है। पुलिस थाना सदर ऊना में जीरो FIR के तहत उत्तराखंड निवासी रमन कुमार के खिलाफ वीएनएस व इमिग्रेशन एक्ट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस को दी शिकायत में खुशी राम निवासी गांव कोट (तहसील करसोग, जिला मंडी) वर्तमान में ऊना के एक निजी होटल में कार्यरत हैं। इससे पहले वह ऊना के एक अन्य रिसॉर्ट में काम कर रहे थे, जहां उनकी पहचान उत्तराखंड निवासी सौरभ परिहर से हुई। सौरभ ने उन्हें बताया कि बैंकॉक में होटल में नौकरी की वैकेंसी है और उसका परिचित रमन कुमार वहां नौकरी व वर्क परमिट दिला देगा।
सितंबर 25 में रमन कुमार ने मुझे और सौरभ के लिए टूरिस्ट वीजा व हवाई टिकट की व्यवस्था की, जिसके बदले दोनों ने रमन को 75-75 हजार रुपये बैंक ट्रांसफर किए। इसके बाद दोनों दिल्ली से बैंकॉक पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उन्हें एक व्यक्ति ने रिसीव कर स्लीप कैफे में ठहराया।
तीन दिन बाद उत्तराखंड निवासी नितिन रमोला उर्फ पावलो ने बताया कि रमन का रेस्टोरेंट अभी खुला नहीं है और दोनों को म्यांमार–थाईलैंड बॉर्डर स्थित के के पार्क कंपनी ले जाया गया। वहां स्थानीय आर्मी के साथ चीनी नागरिक भी मौजूद थे। आरोप है कि चीनी लोगों ने जबरन वीडियो बनवाए, पासपोर्ट जब्त कर लिए और काम छोड़ने पर जुर्माना लगाने की धमकी दी।
करीब 15 दिन बाद म्यांमार की आर्मी वहां पहुंची, जिन्हें पीड़ितों ने अपनी आपबीती बताई। इसके बाद उन्हें स्थानीय म्यांमार आर्मी के हवाले कर दिया गया, जहां वे करीब डेढ़ महीने तक रहे। बाद में थाईलैंड की आर्मी ने उन्हें भारतीय दूतावास के सुपुर्द किया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे नेटवर्क की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस तरह के जॉब फ्रॉड से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से पड़ताल की जा रही है।