होशियारपुर: माहिलपुर के गांव गोंदपुर में चोरी की नीयत से घर में घुसकर भांजे ने ही मामा की हत्या की थी। भांजे को पुलिस ने गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। उसने हत्या पैसों की लालच में की थी। एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जांच में आरोपी ने कबूल किया है कि पैसे के लालच में उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। दिखावे के लिए कमलजीत गोंदपुर से चला गया था, लेकिन रात में मोटरसाइकिल सवार गोंदपुर पहुंचा। घर में दाखिल होकर उसने 7.90 लाख रुपए और अन्य कीमती सामान चुरा लिए। चोरी करने के वक्त रशपाल सिंह जाग गया था। उसने उसे पहचान लिया था।
अपना गुनाह छिपाने के लिए उसने मुंह में कपड़ा ठूंस कर उसे मार डाला। उसके बाद मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गया था। पुलिस ने चोरी में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल, किट और रुपए बरामद कर लिए हैं। बता दें कि गोदंपुर में 70 साल के रशपाल सिंह की घर में सोते समय हत्या की गई थी। हत्या करने के बाद लाखों रुपए गायब थे। घटना की रात रशपाल का परिवार हिमाचल प्रदेश गया था। एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने बताया कि 11 जून को माहिलपुर के गांव गोंदपुर के मनप्रीत सिंह ने पुलिस को शिकायत दी कि 20 जून की रात को अज्ञात चोर उसके घर में घुस आए। घर में चोरी को अंजाम देने के बाद चोरों ने उसके पिता रशपाल सिंह की हत्या कर दी थी।
हत्या का पता 21 जून की सुबह तब चला जब पड़ोसी महिला उसके पिता को चाय देने गई तो वह मृत पड़े थे। घटना वाली रात वह सभी हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थल पीर निगाहें वाले पर माथा टेकने गए थे और उनके पिता रशपाल सिंह घर पर अकेले थे। चोरी की नीयत से की गई हत्या के बाद पुलिस को शक था कि घटना को अंजाम देने वाला घर का भेदी है। पुलिस ने गहनता जांच की तो परतें खुलने लगीं।
एसएसपी के मुताबिक इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए उन्होंने फिंगर प्रिंट, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीमों के आधार पर एक टीम गठित की। टीम एसपी मेजर सिंह, डीएसपी शिवदर्शन सिंह, सीआईए स्टाफ प्रमुख गुरप्रीत सिंह, थाना माहिलपुर के एसएचओ बलजिंदर सिंह मल्ली ने तफ्तीश शुरू की। टीम ने गांव के सीसीटीवी कैमरे समेत वैज्ञानिक व तकनीकी तौर पर मामले की जांच की तो पता चला कि मृतक का भतीजा कमलजीत उर्फ कमल उस दिन गोंदपुर आया था। परिवार के बहुत कहने के बाद भी वह उनके साथ पीर निगाहें नहीं गया। परिवार को भांजे पर भी शक था। शक के आधार पर पुलिस ने कमलजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह ज्यादा देर तक अपने गुनाहों पर पर्दा न डाल पाया। उसने कबूल किया कि रशपाल सिंह की बेटी इटली से आई थी। उसे पता था कि उन्होंने इटली करेंसी को इंडियन करेंसी में तब्दील कराया है। घर में आठ के करीब नकदी पड़ी है।