ऊना/सुशील पंडित: जिला ऊना के अंतर्गत आते स्कूल बदोली से सेवा निवृत हुए हिंदी लेक्चरर यशपाल धरवाल को स्कूल स्टाफ द्वारा सम्मानित कर विदाई व शुभकामनाएं दी। मिलनसार व्यक्तित्व के स्वामी लेक्चर हिंदी को स्कूल स्टाफ द्वारा सेवानिवृत्ति दी गई। इस मौके पर स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग प्रोग्राम पेश किया गया व स्कूल स्टाफ द्वारा यशपाल धरवाल के परिजनों को सम्मान दिया गया।
यशपाल धरवाल का जन्म 1967 में पिता पंडित बिशन दास बाबा माता मती माया देवी के घर गुरु की नगरी अमृतसर पंजाब में हुआ। इन्होंने शिक्षा की शुरुआत जनता मॉडल हाई स्कूल छरहटा अमृतसर से की। पश्चात पारिवारिक परिस्थितियों के करण जिला ऊना हिमाचल प्रदेश में अपने गृह गांव बदोली में इनका परिवार आ गया।
आठवीं तक की परीक्षा बदोली विद्यालय से ही पूर्ण की है, दसवीं कक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुसाडा से पूर्ण की तथा अगली पढ़ाई पंजाबद यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ शिमला यूनिवर्सिटी व इंदिरा गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी दिल्ली से पूर्ण की। शिक्षा अध्ययन के पश्चात 1990 में उनकी प्रथम नियुक्ति जेबीटी अध्यापक के रूप में राजकीय प्राथमिक विद्यालय टांडा अनोखा बंगाणा जिला ऊना में हुई।
यशपाल धरवाल की 1994 में भाषा अध्यापक के रूप में पदोन्नति हुई व स्थानांतरण होने के बाद इनकी नियुक्ति राजकीय उच्च विद्यालय पंडोगा में हुई। उसके पश्चात 2007 में इनकी प्रमोशन हुई, और टीजीटी आर्ट्स गवर्नमेंट हाई स्कूल परोइया में नियुक्ति हुई। इसके प्रांत 2017 में जिनकी प्रमोशन लेक्चर हिंदी के रूप में गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल तलमेहड़ा में हुई, उपरांत इनकी नियुक्ति गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदोली जिला ऊना में हो गई तथा आज इसी स्कूल से सेवानिवृत्ति हुई है।
स्कूल प्रिंसिपल सतीश कुमार के नेतृत्व में स्कूल स्टाफ द्वारा यशपाल धरवाल को विदाई दी व सुखद भविष्य एवं स्वास्थ्य जीवन की कामना की। इस मौके पर प्रिंसिपल सतीश कुमार, लेक्चर राजेश कुमार, रूपेश रमन, अनु बाला, सीमा देवी, रजनी वाला, लक्ष्मण सिंह, शास्त्री सोहन सिंह, टीजीटी अध्यापक विशाल कुमार, रजनी वाला पुनी, किरण कुमार, प्रदीप कुमार कृष्ण शर्मा, पूजा देवी उपस्थित रहे।