ऊनासुशील पंडित: हिमोत्कर्ष साहित्य संस्कृति एवं जनकल्याण परिषद ने ऊना व कांगड़ा जिला के पांच परिवारों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। परिषद ने 5 परिवारों को 43 हजार 120 रुपये की मदद प्रदान की है। वहीं, एक परिवार को हर माह एक हजार रुपये व एक अन्य को हर माह दो हजार रुपये एक वर्ष के लिए देने का भी निर्णय लिया है। परिषद ने जिला ऊना के हरोली ब्लॉक के बालीवाल गांव की 70 वर्षीय कैंसर पीडि़ता को उपचार में मदद के लिए 21 हजार रुपये की राशि प्रदान की है। परिषद के प्रदेश महासचिव सेवानिवृत्त प्राचार्य नरेश सैनी व हिमोत्कर्ष आईटीआई स्टाफ सदस्यों ने पीडि़त महिला की बेटी को गुरुवार को परिषद कार्यालय में आर्थिक सहायता के रूप में 21,000 रुपये का चेक भेंट किया।
परिषद ने कांगड़ा जिला के सवाणा गांव की एक 70 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग लडक़ी को हर माह एक साल के लिए 1000 रुपये की आर्थिक सहायता भी शुरू की है। उक्त लडक़ी बचपन से ही दिव्यांग है तथा बिस्तर पर है। उसके परिवार में केवल मां उसकी देखभाल कर रही है। वहीं, कांगड़ा जिला के डाढासिवा की एक महिला पूनम देवी के बेटा व बेटी की शिक्षा में मदद के लिए परिषद ने 12,000 रुपये की राशि जारी की है।
जबकि उसे छह माह तक और 2000 रुपये प्रति माह के रूप में मदद दी जाएगी। जिससे उनके बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन हो सके। परिषद ने ऊना मुख्यालय के वार्ड-8 में रह रही एक विधवा महिला को भी 4500 रुपये की तत्त्काल राहत के रूप में मदद प्रदान की है। वहीं, उसे अगले छह माह के लिए अमोदनी राशन योजना के तहत राशन वितरित भी किया जाएगा। परिषद ने अंब उपमंडल के कुठियाड़ी गांव के एक मेधावी छात्र वंश को आईटीआई की तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए छह माह की फीस के रूप में 4620 रुपये की सहायता प्रदान की है।
उक्त छात्र के अगले सेमेस्टर की फीस भी हिमोत्कर्ष परिषद वहन करेगी। वही, हिमोत्कर्ष रोगी वाहन सेवा के तहर चताड़ा गांव में झुग्गी झोपड़ी में रह रही ट्यूमर से पीड़ित 15 वर्षीय लड़की को चंडीगढ़ पीजीआई के लिए फ्री एम्बुलेंस सेवा भी मुहैय्या करवाई है।परिषद महासचिव नरेश सैनी ने बताया कि हिमोत्कर्ष परिषद जरूरतमंद लोगों व मेधावी विद्यार्थियों की सहायता के लिए लगातार प्रयासरत है तथा स्वप्रेरित दान से प्राप्त राशि को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का कार्य कर रही है।