महिलाएं शक्ति का स्वरूप होती है: पारस आहुजा

ऊना/ सुशील पंडित: महिलाएं शक्ति का स्वरूप होती है। उन्हें इस शक्ति को अपने भीतर न केवल अनुभव करना चाहिए,अपितु इसे आत्मसात करते हुए आत्मविश्वास से लबरेज होकर आर्थिक,सामाजिक व मानसिक रूप से सशक्त व्यक्तित्व के रूप में अपने परिवार व समाज की मजबूत कड़ी के रूप में कार्य करना चाहिए। यह बात राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर संयुक्ता चौधरी हिमोत्कर्ष महिला प्रशिक्षण संस्थान ऊना में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि सिविल जज पारस आहुजा ने कही।

उन्होंने कहा कि लड़कियों को अपने आत्म सम्मान के साथ कभी समझौता नही करना चाहिए तथा कभी भी अपने साथ किसी गलत व्यवहार व किसी भी प्रकार के शोषण को सहन नही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वयं को किसी न किसी कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट बनाकर आर्थिक स्वाभलंबन की दिशा में बढऩा चाहिए। इससे आप न केवल आत्मनिर्भर बन पाएगें,बल्कि अपने परिवार के लिए भी आर्थिक तौर पर संबल साबित हो पाओंगे। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में महिलाओं को बचपन से ही सेवाभाव,समायोजित करने,त्याग की भावना,सहन शक्ति रखने की शिक्षा दी जाती है।

इस वातावरण में कई बार महिलाएं अपनी शक्ति को पहचान नही पाती। उन्हें समाज में स्वयं को साबित करना पड़ता है। महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानना बहुत जरूरी है। भगवान ने इस सृष्टि को बनाया,लेकिन महिलाओं को उत्पत्ति की शक्ति दी। महिलाएं बहुत प्रतिभाशाली होती है। घर के काम से लेकर सेवाभाव व त्याग में महिलाओं का कोई सानी नही होता। यह समाज के लिए जरूरी भी है,लेकिन इसके साथ ही महिलाओं को अपने ऊपर भी विश्वास होना जरूरी है। उन्हेें अपने अस्तित्व व पहचान को नही भूलना चाहिए। यह पहचान बनाना महिलाओं के लिए सबसे बड़ा धर्म व  सबसे बड़ा कर्म है। उन्हें एक जरूरत से ज्यादा किसी दूसरे विशेष कर पुरूषों पर निर्भर नही होना चाहिए।

उन्होंने छात्राओं से जीवन में बड़े सपने देखने व हमेशा खुश रहने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त कर स्वरोजगार में स्थापित होने की कोशिश भी इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। विश्वास व निश्चित लक्ष्य के साथ आप सफलता को प्राप्त कर सकते है।   इससे पहले हिमोत्कर्ष परिषद के प्रदेशाध्यक्ष जतिंद्र कंवर ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि सिविल जज पारस आहुजा का स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि हिमोत्कर्ष परिषद पिछले 50 वर्षो से महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्यरत है। महिलाओं को उच्च शिक्षित व व्यवसायिक कौशल में दक्ष बनाकर उन्हें स्वरोजगार के क्षेत्र में स्थापित करने मे सहायक साबित हुई है। इसके अलावा महिला कल्याण के अनेक प्रकल्प परिषद चला रही है। परिषद मेधावी छात्राओं को छात्रवृतियां प्रदान कर शिक्षा पूर्ण करने में सहयोग कर रही है।

कार्यक्रम को संस्थान के प्राचार्य नरेश सैणी व परिषद के जिलाध्यक्ष कर्णपाल सिंह मनकोटिया ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर संस्थान की छात्राओं नीरू व प्रियंका ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर अपने विचार प्रकट किए।   हिमोत्कर्ष परिषद सदस्य कविता गोयल,रमा कंवर,उपप्रधाानाचार्य रंजू बाला,निशा ने सिविल जज पारस आहुजा को शाल,टोपी व बूके भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में न्यायिक कर्मचारी राजेश कुमार शर्मा,प्रेम कुमार,परिषद कार्यकारिणी सदस्य अशोक ऐरी,मुनिंद्र कुमार,कमला देवी व संस्थान की छात्राएं उपस्थित रही।

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