ऊना/ सुशील पंडित : अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में राजनीति विज्ञान विभाग और कॉमर्स विभाग के तत्वाधान में बजट 2024 पर सेमिनर करवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान के विभागअध्यक्ष प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने की। मंच का संचालन राजनीति विज्ञान की महासचिव परीक्षा ने किया। कार्यक्रम के अतिथि कॉमर्स के विभागअध्यक्ष प्रोफेसर अनिल शर्मा थे। सेमिनार के मुख्य वक्ता प्रोफेसर कृष्ण चंद, प्रोफेसर कमलेश महाजन डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, प्रोफेसर निकिता गुप्ता डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक्स, निखिल और वासु शर्मा थे।
विशेष सेमिनार का विषय बजट 2024, बजट क्या है, भारतीय बजट के मुख्य दस्तावेज़, बजट कितने प्रकार के होते हैं, बजट का महत्व और प्रक्रिया, बजट बनाना कब शुरू होता है? पर था। सेमिनार के मुख्य वक्ता बीए प्रथम वर्ष के छात्र वासु शर्मा और निखिल बागोरिया थे। निखिल और वासु शर्मा ने बताया कि सरकार की आय एवं व्यय का एक विवरण जिस प्रपत्र में एकत्रित किया जाता है, उसे बजट कहते है| बजट में विगत वर्ष के आय और व्यय के अनुमानों का वार्षिक वित्तीय विवरण प्रस्तुत किया जाता है| भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 में बजट निर्माण के विषय में बताया गया है| भारत में बजट पांच प्रकार के प्रयोग किये जाते है ,आम बजट, निष्पादन बजट, जिरोबेस बजट, आउटकम बजट, और जेंडर बजट। भारत में बजट निर्माण प्रक्रिया अगस्त-सितंबर के महीने में शुरू कर दी जाती है|
इसके लिए बजट सर्कुलर जारी किया जाता है| वित्त विभाग के अधीन बजट डिवीजन अगस्त के अंत में या सितंबर के प्रारम्भ में बजट सर्कुलर जारी करता है| बजट द्वारा सरकार के सभी कार्य निर्धारित किये जाते है| सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं के लिए धन की व्यवस्था बजट के माध्यम से ही किया जाता है | सरकार बिना बजट के एक रूपये का व्यय नहीं कर सकती है| बजट में प्रत्येक वर्ष नयी योजनाओं की घोषणा होती है और टैक्स में संसोधन किया जाता है, जिसका सीधा प्रभाव जनता पर पड़ता है, बजट में किये गए सभी प्रावधान तब तक लागू नहीं किये जा सकते है, जब तक संसद के द्वारा पास नहीं किया जाता है। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग के विभागअध्यक्ष प्रोफेसर सिकंदर नेगी, महासचिव परीक्षा, कैशियर तीक्ष्ण और मीडिया प्रभारी रोहित, कुशल राणा आदि मौजूद रहे।
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