प्रदेश में 1000 कार्यालय बंद करने के बाद हिमकेयर योजना को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण क्या यह है व्यवस्था परिवर्तन: सुमीत 

प्रदेश में 1000 कार्यालय बंद करने के बाद हिमकेयर योजना को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण क्या यह है व्यवस्था परिवर्तन: सुमीत  प्रदेश में 1000 कार्यालय बंद करने के बाद हिमकेयर योजना को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण क्या यह है व्यवस्था परिवर्तन: सुमीत 
ऊना/ सुशील पंडित: भाजपा प्रदेश सचिव व हमीरपुर लोकसभा प्रभारी सुमीत शर्मा ने कहा कि जिला सोलन में वर्तमान सरकार द्वारा दो सौ कार्यालय बंद करने के बाद अब हिम केयर जैसी योजना को निजी अस्पतालों में बंद करवाना दुर्भाग्यपूर्ण है और हिमाचल के ग़रीब आदमी के साथ धोखा है ।
सुमीत ने कहा के कि केंद्र सरकार  सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना शुरू करने के बाद प्रदेश के जो अन्य वर्ग था  उनको कैशलेश इलाज देने के लिए हिमकेयर योजन को लागू कर पूरे प्रदेश के ग़रीब जन मानस को उस योजना में शामिल किया था। जिसका लाभ प्रदेश के ग़रीब लोगो को मिला था ।

लेकिन जिस प्रकार वर्तमान सरकार ने इस योजना को निजी अस्पतालों में बंद किया उससे साफ जाहिर हो गया कि यह सरकार जन और कर्मचारी विरोधी है।उन्होंने कहा कांग्रेस की यह मित्रो की  सरकार ने  हिमकेयर योजना को इसलिए बंद किया और उसे अब अवरुद्ध करने का प्रयास कर रही है।क्योंकि यह जनकल्याण कारी योजना को पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा शुरू किया गया था।

वर्तमान  में हिमाचल और हिमाचल से बाहर 292 अस्पतालों में हिमकेयर कार्ड की सुविधा दी जा रही थी।और इनमे 141 निजी अस्पताल थे। अब भी राज्य सरकार के ऊपर करीब 370 करोड़ की देनदारी है।पूर्व जयराम सरकार के समय प्रथम  जनवरी  2019 को इस योजना को शुरू किया गया था।लोगो को इस कार्ड से इलाज करवाने की काफी सुविधा हो रही थी।

सुमीत के कहा कि ऐसी योजनाओ को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है। अब यह सरकार कार्यालयों और योजनाओ को बंद करने वाली सरकार के नाम से जानी जाएगी।
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