डॉ सिम्मी अग्निहोत्री की आत्मा को भगवान शांति प्रदान करें: बाबा बाल जी
ऊना/सुशील पंडित :श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटला कला के संस्थापक राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने शुक्रवार को आस्था निवास पहुंचकर पर हिमाचल के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व उनकी पुत्री आस्था अग्निहोत्री के साथ गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने इस अवसर पर शोक संतप्त परिवार को कथा व संकीर्तन के माध्यम से प्रभु भक्ति से जोड़ने का प्रयास किया ताकि परिवार शोक से बाहर आ सके, साहस मिल सके। उन्होंने हरे कृष्णा हरे राम का जाप करवाया। वहीं मनुष्य जीवन का आना-जाना और संसार का नियम है कि जिसको आना है उसको जाना है पर कथा भी सुनाई और संकीर्तन से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने परिवार का साहस बढ़ाते हुए कहा कि अनेक बार मुकेश अग्निहोत्री के साथ प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री का आना आश्रम में हुआ, कार्यक्रमों में आना हुआ, सौम्या व सरल स्वभाव की सिम्मी अग्निहोत्री रही, उनके मन में सदैव समाज के लिए पीड़ा रही, धार्मिक प्रवृत्ति की रही, धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहा। समाज में गरीब का जरूरतमंद की मदद हो इसके लिए वह सदैव चिंतित रही है।
बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि ऐसी पुण्य आत्मा का जाना दुखद है ,यह समाज के लिए घटा है, परिवार के लिए तो खालीपन है ही लेकिन हरोली,जिला ऊना व समूचे हिमाचल के लिए ऐसी शिक्षिक व समाजिक कार्यकर्ता का जाना बहुत बड़ी कमी है। राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि आज भी मुझे वह स्मृतियां याद आती है ,जब प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री भजन सुनती थी, कथा सुनती थी ,कार्यक्रम में मंच पर बैठती थी। उन्होंने कहा कि ऐसी मिलनसार शख्सियत जिसने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ते हुए हरोली को नई ऊंचाइयां दी ।
हरोली के घर-घर में अपनी जगह बनाई। आज उनको श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ रहा सैलाब यह बता रहा है कि किस प्रकार से उन्होंने अपने स्थान लोगों के दिलों में बनाया है ।राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण, मां चिंतपूर्णी परिवार को साहस प्रदान करें, इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें ।उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री व पुत्री आस्था अग्निहोत्री से कहा कि प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री अब यादों में हमारे साथ रहेगी, उनका मार्गदर्शन आशीर्वाद साथ रहेगा ।परिवार उनकी यादों को संजोकर उनके कार्यों को आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि मैं सदैव परिवार के साथ हूं परिवार का मनोबल ऊंचा हो इसके लिए मैं सदैव प्रार्थना करूंगा ।
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