ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा गार्डों को ट्रेनिंग सेंटर खोलने का मामला दिल्ली में कैप्सी की 19 वीं राष्ट्रीय बैठक में उठाया गया । बैठक में देश की सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एम डी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे। हिमाचल में सुरक्षा गार्डों की ट्रेनिंग सेंटर न खुलने का मसला जोर शोर से उठाया गया ।
प्रदेश में सेवानिवृत सैनिकों व बेरोजगार युवाओं को हिमाचल सिक्योरिटी सर्विस एजेंसी अपनी सेवाएं दे रही है ।इनके सुरक्षा गार्ड उद्योगों व अन्य क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन अब ट्रेनिंग सेंटर न होना मुसीबत बन गया है ।दिल्ली की बैठक में सर्विस के एम डी ललित जसवाल ने हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा मामलों को उठाया ।
उन्होंने कहा की प्रदेश में सुरक्षा के दृष्टिगत युवाओं को ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है। बिना ट्रेनिंग के निजी क्षेत्र की सुरक्षा देना बाजिव नहीं है। उन्होंने कहा प्रदेश में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में अब सुरक्षा से जुड़े सुरक्षा गार्ड युवाओं को ट्रेनिंग नहीं दी जा रही है। उद्योगों व अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा प्रदेश में हिमाचल सिक्योरिटी सर्विस की ओर से निजी क्षेत्र में ट्रेनिंग सेंटर खोलने की अनुमति सरकार से मांगी थी ।
जिस पर कई महीनों से कोई कार्यवाही नहीं हुई।उधर कैप्सी के राष्ट्रीय एम डी कंवर विक्रम सिंह ने मामले को हर उचित स्तर पर उठाने का आश्वासन दिया ।इस मौके पर हिमाचल से घनश्याम पंडित ने भी प्रदेश में सुरक्षा मामलों को विस्तार से उठाया । बैठक में केप्सी की सदस्य लेने का आवाहन भी किया गया ।हिमाचल सिक्योरिटी सर्विस को बेहतर सेवा के लिए लीडरशिप अवार्ड देकर भी सम्मानित किया गया। ललित जसवाल ने कहा कि सुरक्षा गार्ड ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए फाइल सरकार को भेजी है।लेकिन अभी तक कोई स्वीकृति नहीं दी गई है।