नई दिल्ली: देशभर में मानसून के उतार-चढ़ाव के बीच वायरल फीवर, डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में तेज़ी देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और अस्पतालों में अतिरिक्त बेड तथा दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में भारी अंतर के कारण लोग तेजी से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। खासतौर पर बच्चे और बुजुर्ग इस मौसम में सबसे अधिक संवेदनशील माने जा रहे हैं।
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लक्षणों पर ध्यान दें:
लगातार बुखार
तेज़ सिरदर्द
बदन दर्द और थकान
गले में खराश
लाल चकत्ते (डेंगू के मामलों में)
डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बुखार या कमजोरी महसूस होने पर खुद से दवाइयाँ न लें, तुरंत नज़दीकी डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही मच्छरों से बचाव के लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हालात पर लगातार नज़र रखी जा रही है और राज्यों को आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा।