लखनऊः जिले के पारा क्षेत्र में बच्चों के लिए निर्वाण रिहैब सेंटर में कथित तौर पर भोजन खाने के बाद कई बच्चे बीमार हो गए। बताया जा रहा हैकि बच्चों को दस्त की समस्या हुई, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां अब तक 24 से ऊपर बच्चों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें गंभीर हालत के चलते कुछ बच्चों को KGMU रेफर किया गया है। वहीं निर्वाण संस्था में बच्चों की तबीयत बिगड़ने से 4 बच्चों की मौत हो गई। जिलाधिकारी (DM) और मंडलायुक्त (कमिश्नर) ने लोकबंधु अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल जाना और इलाज की समीक्षा की। वीरवार को इलाज के दौरान अस्पताल में भर्ती सूरज की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई। इससे पहले सोमवार को शिवांक (12), मंगलवार को रेनू (15) और दीपा (12) ने दम तोड़ दिया था।
मोहान रोड स्थित निर्वाण संस्था में चार दिन पहले 70 मानसिक मंदित बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। आनन-फानन में 24 बच्चों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से 6 बच्चों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 15 का इलाज जारी है। घटना शनिवार, 22 मार्च की रात की है, जब संस्था के बच्चों को भोजन कराया गया। कुछ देर बाद तीन-चार बच्चों को पेट दर्द और उल्टियां होने लगीं। धीरे-धीरे अन्य बच्चे भी इसी समस्या से पीड़ित हो गए। कुल 24 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि संस्था में मौजूद अन्य 46 बच्चों का इलाज वहीं किया जा रहा है। उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। डॉक्टरों को शक है कि दूषित भोजन या पानी से इन्फेक्शन फैला है।
प्रशासन ने सभी मृत बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। विसरा और हार्ट को संरक्षित किया गया है और विस्तृत फॉरेंसिक जांच जारी है। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने कहा, “बच्चों को संक्रमण, उल्टी और दस्त की समस्या थी। दूषित भोजन या पानी इसके संभावित कारण हो सकते हैं।” घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने संस्था का निरीक्षण किया और संस्था संचालक, अधीक्षिका व कर्मचारियों से पूछताछ की। मामले की गहन जांच के लिए विशेष कमिटी गठित की गई है। मंडलायुक्त रोशन जैकब ने कहा, “घटना के हर पहलू की जांच हो रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बच्चों की सेहत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”